जस्टिस सूर्यकांत की जीवनी | Surya Kant Biography in Hindi

surya kant biography in hindi
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Surya Kant Latest News – सूर्यकांत भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश है. मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले सीजेआई सूर्यकान्त ने अपने करियर की शुरुआत राज्य के हिसार जिला कोर्ट में एक वकील के तौर से की थी. न्यायाधीश बनने से पहले उनकी पहचान एक वरिष्ठ अधिवक्ता की रही है. सीजेआई सूर्यकांत हरियाणा के महाधिवक्ता के रूप में भी कार्य किया. वे इस पद पर पंद्रह महीने तक रहेंगे. 9 फ़रवरी, 2027 को वे सीजेआई के पद से रिटायर हो जाएंगे. इस लेख में हम आपको सूर्यकांत की जीवनी (Surya Kant Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

जस्टिस सूर्यकांत की जीवनी (Surya Kant Biography in Hindi)

पूरा नाम सूर्यकांत
उम्र 63 साल
जन्म तारीख 10 फ़रवरी 1962
जन्म स्थान पेटवाड़, हिसार , हरियाणा
शिक्षा एलएलएम
कॉलेज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय , कुरुक्षेत्र
वर्तमान पद भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश
व्यवसाय न्यायाधीश
राजनीतिक दल
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम मदन गोपाल शर्मा
माता का नाम
पत्नी का नाम सविता
बेटें का नाम
बेटी का नाम दो बेटियां
स्थाई पता
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

जस्टिस सूर्यकांत का जन्म और परिवार (Surya Kant Birth & Family)

सीजेआई सूर्यकांत का जन्म 10 फ़रवरी 1962 को हरियाणा के हिसार जिले के पेटवाड़ गाँव में हुआ था. उनके पिता का नाम मदन गोपाल शर्मा था. उनके पिता संस्कृत के कुशल शिक्षक थे. एक शिक्षक होने के अलावे वे जाने-माने साहित्यकार भी थे. अपने जीवन में उन्होंने 14 पुस्तकों की रचना की थी. साहित्य में उनके योगदान के कारण उन्हें हिंदी साहित्य अकादमी का ‘सूरदास पुरस्कार’ मिल चुका था.

सीजेआई सूर्यकांत चार भाई है. जिनके नाम ऋषिकांत, शिवकांत, देवकांत और वे स्वयं. उनके पिता विद्वान थे इसलिए उन्होंने अपने चारो बेटों का नाम संस्कृत में रखा. इसके पीछे उनकी सोच अपने पुत्रो को संस्कृति से जोड़े रखना था.

सीजेआई सूर्यकांत की पत्नी का नाम सविता है, जो अंग्रेजी की प्रोफ़ेसर रही है. बाद में, कॉलेज की प्रिंसिपल के पद से वे रिटायर हुए.

उनकी दो बेटियां है, उनके नाम मुग्धा और अनुप्रिया है, दोनों अभी अध्ययन में लगी है. सूर्यकांत धर्म से हिन्दू है जबकि जाति से वे ब्राह्मण है.

जस्टिस सूर्यकांत की शिक्षा (Surya Kant Education)

सीजेआई सूर्यकांत की शुरूआती पढाई नगरपालिका स्कूल से हुई थी. बाद में, उन्होंने 1981 में गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट  कॉलेज, हिसार से स्नातक किया. जबकि 1984 में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक से विधि में स्नातक किया.

जस्टिस सूर्यकांत का करियर (Surya Kant Career)

सीजेआई सूर्यकांत मध्यमवर्गीय परिवार से आते है. वे पढाई में आरम्भ से ही तेज विद्यार्थी थे. पढाई के बाद उन्होंने हरियाणा के हिसार जिला कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस शुरू कर दी. लेकिन वर्ष 1985 में वे चंडीगढ़ चले गए और वहा रहकर हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लग गए.

सीजेआई सूर्यकांत 9 जनवरी 2004 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाये गए थे. बाद में, उन्हें लगातार दो कार्यकालों के लिए 23 फरवरी 2007 को राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण के सदस्य के रूप में नामित किया गया था. फिर 5 अक्टूबर 2018 को उन्हें हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया. इसी के उपरांत लगभग एक वर्ष बाद सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के तौर पर उन्हें प्रोमोशन मिला.

उन्हें 9 मई 2019 को मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय में उनकी पदोन्नति की सिफारिश की और 24 मई 2019 को उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. इस पद पर वे 23 नवंबर 2025 तक रहे. इसी के बाद उन्होंने 24 नवंबर 2025 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह के दौरान भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ली.

सीजेआई सूर्यकांत – ‘53वें मुख्य न्यायाधीश’ के रूप में

न्यायाधीश सूर्यकांत को 30 अक्टूबर, 2025 को मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में नियुक्त किया गया. जबकि उन्होंने 24 नवंबर 2025 को पदभार ग्रहण किया. उन्होने बी.आर. गवई का स्थान लिया. सूर्यकांत देश के ‘53वें मुख्य न्यायाधीश’ है. उनका कार्यकाल 15 महीनों का है. वे 9 फरवरी 2027 को सेवानिवृत्त हो जाएंगे.

इस लेख में हमने आपको सूर्यकांत की जीवनी (Surya Kant Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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