Politaks.News/Delhi. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) टर्म-1 बोर्ड की अंग्रेजी विषय की परीक्षा विवादों में है. इंग्लिश पेपर के सेट 002/1/4 के सेक्शन-ए रीडिंग में एक पैसेज पर दिए गए विवरण को कथित तौर पर महिला रूढ़िवादी सोच को बढ़ावा देने का आरोप लगा है. मामले को लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस भाजपा नीत केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Soniya Gandhi), पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (priyanka gandhi) ने भी इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र की भाजपा सरकार समेत सीबीएसई पर निशाना साधा है. सोनिया गांधी ने लोकसभा में मोदी सरकार पर महिलाओं को पीछे ढकेलने वाली विचारों का समर्थन करने का आरोप लगाया है. साथ ही शिक्षा मंत्रालय और CBSE को माफीनामा जारी करने की मांग की है. राहुल गांधी ने इसे RSS-BJP की साजिश बताया तो भड़कते हुए प्रियंका ने कहा कि,’ अविश्वसनीय! हम बच्चों को क्या बकवास सिखा रहे हैं?’.
सोनिया गांधी ने लोकसभा में CBSE की परीक्षा में आपत्तिजनक सवालों का मुद्दा उठाया, बोलीं- इन्हें तुरंत हटाएं
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज लोकसभा में CBSE की परीक्षा में पूछे गए आपत्तिजनक सवालों को तुरंत हटाने की मांग की. उन्होंने कहा कि, ‘एजुकेशन मिनिस्ट्री को तुरंत इसकी समीक्षा करनी चाहिए’. सोनिया गांधी ने कहा कि, ‘शिक्षा मंत्रालय और CBSE को माफीनामा जारी करना चाहिए. साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसी गलती दोबारा न हो’.
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राहुल गांधी ने बताया RSS-BJP की साजिश
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (rahul gandhi) ने ट्वीट करके इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने इसे RSS-BJP की साजिश बताया. राहुल ने कहा कि, ‘युवाओं के मनोबल और भविष्य को कुचलने की कोशिश की जा रही है’.
‘अविश्वसनीय! हम बच्चों को क्या बकवास सिखा रहे हैं?’- प्रियंका
वहीं प्रियंका गांधी ने 10वीं के प्रश्न पत्र पर सवाल खड़ा करते हुए ट्वीट कर कहा कि, ‘अविश्वसनीय! हम बच्चों को क्या बकवास सिखा रहे हैं?’ इसके अलावा प्रियंका ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, ‘क्या बीजेपी सरकार महिलाओं के खिलाफ ऐसे विचारों का समर्थन करती है, अगर नहीं तो ऐसे सवालों को CBSE के क्वेश्चन पेपर में क्यों शामिल किया गया है.’
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दरअसल बीते शनिवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं की अंग्रेजी विषय की परीक्षा आयोजित की थी. वहीं परीक्षा में पूछे जाने वाले कुछ सवालों पर कई लोगों ने नाराजगी जताई है. इन सवालों को जेंडर स्टीरियोटाइप और महिला विरोधी माना जा रहा है. सवाल की एक लाइन में महिलाओं के लिए कहा गया है कि महिलाएं ही दुनिया में रहतीं है. जबकि एक और लाइन में कहा गया है कि आजकल की मॉडर्न महिलाएं अपने पति की बात नहीं मानती हैं. इसके अलावा एक औऱ लाइन पर लोगों ने काफी आपत्ति जताई है जिसमें कहा गया है कि बीसवीं सदी में बच्चे कम हो गए हैं जिसका कारण नारीवादी विद्रोह है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक बयान जारी कर कहा, ‘शनिवार को आयोजित सीबीएसई कक्षा 10वीं के प्रथम सत्र की परीक्षा के अंग्रेजी पेपर के एक सेट में कुछ अभिभावकों और छात्रों की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है.मामले को बोर्ड की पूर्व निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार, विचार के लिए विषय विशेषज्ञों के पास भेजा जाएगा’. बोर्ड द्वारा जारी सही उत्तर विकल्प और उत्तर कुंजी के संबंध में, यह स्पष्ट किया जाता है कि छात्रों के हितों की रक्षा के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी.