सोनभद्र के उम्भा गांव में हुए नरसंहार में अब तक 34 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. साथ ही गिरफ्तार आरोपी भदोही स्टेशन अधीक्षक कोमल सिंह को निलंबित कर दिया है. आरोपी स्टेशन अधीक्षक ग्राम प्रधान का रिश्तेदार है जिसे 18 जुलाई को वाराणसी से गिरफ्तार किया गया था. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा अपर मुख्य सचिव के नेतृत्व में गठित जांच कमेटी उम्भा गांव पहुंच गई है. इस कमेटी में मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारी भी शामिल हैं.  यह कमेटी जल्द ही अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपेगी. बता दें, सोनभद्र में 17 जुलाई को दो पक्षों में हुए जमीनी विवाद में एक पक्ष ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई जिसमें 10 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए.

सोनभद्र में राजनीति साधने के लिए कई राजनीतिक दलों का यहां पहुंचना बदस्तूर जारी है. बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के निर्देश पर लालजी वर्मा व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा के नेतृत्व में एक डेलीगेट यहां पहुंचा और मृतक परिवार को 50 लाख रुपये और 10 बीघा जमीन व घायलों को 5 बीघा जमीन की सहायता देने का वायदा किया. साथ ही गांव में एक इंटर कॉलेज और एक पुलिस चौकी खोलने की मांग भी की.

वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और कुछ अन्य नेताओं ने हत्याकांड के पीड़ितों से मुलाकात की. पार्टी की मांग है कि वारदात में मारे गये लोगों के परिजन को 20-20 लाख रुपए की सहयोग राशि प्रदान की जाए. साथ ही मिर्ज़ापुर और सोनभद्र जिले में सरकारी जमीन पर लम्बे अर्से से काबिज सभी आदिवासियों का उस भूमि पर कब्जा नियमित किया जाए.

इस मामले पर सीएम योगी ने कहा सभी भू-माफियाओं साथ ही इस मामले के आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि उनकी सरकार इस वारदात की तह तक जाएगी और ‘घड़ियाली आंसू’ बहाने वालों का पर्दाफाश करेगी. याद दिला दें ​कि प्रियंका गांधी पीड़ितों और उनके परिजनों से मिलने के लिए सोनभद्र पहुंच थी लेकिन बीच रास्ते में उन्हें जिला प्रशासन ने रोक हिरासत में लेकर एक गेस्ट हाउस में भेज दिया. बाद में वहीं पर पीड़ित परिवारों से उनकी भेंट करायी गई.

Leave a Reply