उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में जमीनी विवाद के चलते 10 लोगों की हत्या पर यूपी सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है. विपक्ष योगी सरकार की कानून व्यवस्था फेल होने की बात कह रहा है. साथ ही दबाव डाल रहा है कि जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को ही सोनभद्र नरसंहार का जिम्मेदार ठहरा दिया.
यूपी विधानसभा में बोलते हुए योगी ने कहा, ‘1955 में आदर्श सोसायटी के नाम पर ज़मीन करने का फैसला संदिग्ध और अवैध था. आज़ादी के पहले से ही आदिवासी एवं वनवासी उस जमीन पर खेती करते थे. आदिवासी और वनवासी आदर्श सोसायटी और कुछ लोगों को लगान भी देते थे. 2017 में ये जमीन ग्राम प्रधान ने खरीदी और वनवासियों को खेती के ऐवज में पैसा देना बंद कर दिया. 1955 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान आदर्श सोसायटी के गठन में ज़मीन ली गई थी.’
सीएम योगी ने कहा कि हमने अपर मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है. ये कमेटी 10 दिन में 1955 से लेकर अब तक की गड़बड़ियों की रिपोर्ट देगी. गड़बड़ी पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. योगी ने यह भी कहा कि इम मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. अब तक मुख्य आरोपी प्रधान समेत 25 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. बता दें, मामले में कुल 61 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
यह घटना सोनभद्र के घोरावल कस्बे के उभ्भा गांव की है जहां 16 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर दो गुटों में खूनी संघर्ष हुआ. इसमें 10 लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल भी हुए हैं. कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है. आज प्रियंका गांधी पीड़ित परिवारों से मिलने सोनभद्र पहुुंचने वाली थी लेकिन सुरक्षा कारणों और धारा 144 के चलते उन्हें पहले ही रोक दिया गया.