Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा पिछले साल बनी सुलह कमेटी द्वारा कोई सुनवाई नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एक मीडिया का बयान क्या दिया, उसी दिन से प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. नित प्रतिदिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थक विधायकों का कोई न कोई गर्मी बढाने वाला बयान सामने आ ही जाता है. हाल ही विधायकों की जासूसी और फोन टेपिंग को लेकर अपने बयान से पूरे प्रदेश ने सियासी हलचल मचाने वाले चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने आज फिर से एक बड़ा बयान देकर सियासी खलबली मचा दी है.
एससी कोटे से पहली बार चाकसू से विधायक बने वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत के कुछ करीबी विधायक और मंत्री प्रदेश में सरकार चला रहे हैं. सरकार में हमारे समाज का कोई मंन्त्री नहीं है और ना ही हमारी सुनवाई हो रही है. सोलंकी ने कहा कि सीएम से मेरा आग्रह है कि वे इस ओर ध्यान दें. विधायक सोलंकी ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार होना चाहिए लेकिन मुझे मंन्त्री नहीं बनना है, बस लोगों के काम होने चाहिए.
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इससे पहले विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कार्य शैली पर ही सवाल उठा दिया. सोलंकी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीएम को बहुत सालों से जानता हूँ लेकिन वे पहली बार वे अपने स्वभाव के विपरीत काम कर रहे है. सीएम गहलोत ने बहुत काम किए हैं, बैकलॉग का भी काम किया था लेकिन इस बार उनकी शैली में बदलाव आ गया है. सोलकी ने कहा कि हमें आगे चुनाव में जाना है लेकिन हमारे काम नहीं होंगे तो जनता के बीच कैसे जाएंगे.
इसके साथ ही फ़ोन टैपिंग मामले को लेकर सवाल पूछे जाने पर वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि जिन विधायक के फोन टेप हो रहे हैं वे मुख्यमंत्री गहलोत को अवगत करवा चुके हैं, मुझसे पूछा जाएगा तो मैं पूरी जानकारी सीएम को दे दूंगा. अजय माकन के बयान पर सोलंकी ने कहा कि हमें आलाकमान और कमेटी पर पूरा भरोसा है. सचिन पायलट के दिल्ली से खाली हाथ लौटने की खबरों को सोलंकी ने गलत बताया. सोलंकी ने कहा कि सचिन पायलट और सब लोग कांग्रेस के साथ हैं.
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अपने आवास पर एससी वर्ग के लोगों से बात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि ई डब्ल्यू एस के सर्टिफिकेट तुरन्त बनते हैं, लेकिन 3 साल से समाज की महिलाएं भटक रही हैं. 70 विधायक सरकार को लिखकर दे चुके हैं. उन्होंने कहा कि ईडब्ल्यूएस को आरक्षण दिया उससे हमें कोई तकलीफ नहीं है लेकिन जो फैसले हो रहे हैं उससे दलित समाज आहत है. पार्टी हमारे लिए बड़ी है लेकिन समाज की आवाज उठाना भी जरूरी है. जिस मंच पर जरूरी होगा हम आवाज उठाएंगे.