पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को एक नई परंपरा का आगाज करते हुए उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर और कोटा संभाग के सांसदों और विधायकों से बात की. इस दौरान सीएम गहलोत ने एक -एक कर सभी राजनीतिक दलों के विधायक और सांसदों के साथ संवाद किया. प्रदेश में यह पहला मौका था जब आॅनलाइन संवाद के माध्यम से मुख्यमंत्री गहलोत ने करीब करीब सभी सांसदों और विधायकों से बात की. सीएम गहलोत की इस पहल पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया सहित सभी नेताओं ने स्वागत किया. रविवार सुबह से शुरू हुआ ऑनलाइन संवाद देर रात तक जारी रहा, इस दौरान हर सम्भाग के बाद कुछ समय के लिए अल्पविराम लिया गया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ऑनलाइन संवाद कार्यक्रम के दौरान कुछ रौचक किस्से भी हुए, जिनसे कार्यक्रम में सभी लोग खिलखिला उठे तो कभी माहौल गरमा भी गया. आइए आपको बताते हैं ऐसी ही कुछ खास-खास बातें……
सीएम गहलोत के इस आॅनलाइन संवाद के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दिनभर सभी संभाग के जनप्रतिनिधियों से हुई चर्चा में जुडी रहीं. इस बीच संवाद के दौरान उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने वसुंधरा राजे से पूछा कि, वह कहां पर हैं, तो वसुंधरा राजे ने कहा कि, जहां थीं वहीं हैं. इस पर विधायकों ने कहा कि क्या धौलपुर हैं तो, वसुंधरा राजे ने कहा नहीं, वह लखनऊ हैं और अगर वहां से निकलती तो सभी चैनल्स की हेडलाइन बन जाती. अब 17 के बाद लॉकडाउन खुलता है तो वो वापस लौटूंगी.
संवाद कार्यक्रम के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सीएम अशोक गहलोत द्वारा सभी दलों के सांसदों और विधायकों के साथ संवाद की सराहना करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में सभी को आरोप-प्रत्यारोप से परे होकर एकजुटता दिखानी चाहिए. इसके साथ ही कटारिया ने आरोप लगाने वाली शैली में कहा कि बार-बार यह कहने से बचना चाहिए कि केंद्र पैसा नहीं दे रहा, दिल्ली से पैसा नहीं आ रहा है. यह आरोप प्रत्यारोप लगाने का समय नहीं है. इस दौरान कटारिया ने भाजपा के सभी विधायकों के सरकार के साथ खडा होने का विश्वास दिलाया. इस पर सीएम गहलोत ने जवाब देते हुए कहा कि एक बार फिर से इन सभी मुददों पर बैठ कर बात करेंगे और जल्द ही बीजेपी के नेताओं के साथ बैठकर समस्याओं को हल करेंगे ताकि किसी के मन में कोई संदेह नहीं रहे.
सीएम गहलोत के संवाद के दौरान पायलट खेमे के खास माने जाने वाले खाद्य मंत्री रमेश मीणा ने तल्ख अंदाज में अपनी बात रखते हुए कहा कि, दूसरे राज्य के मुख्यमंत्री अपने लोगों को लाने के लिए पहल कर रहे हैं तो, फिर हमारे लोगों को लाने के प्रयास क्यों नही हो रहा हैं. रमेश मीणा ने आगे कहा कि क्या हमारे लोग आएंगे तो कोरोना संक्रमण फैलेगा. राजस्थानी श्रमिकों और नागरिकों को उनके गृह राज्य में क्यों नहीं लाया जा रहा है. वहां उनके पास पैसा खत्म हो गया है और रोजगार नहीं है. उनकी भूख से मरने की हालत हो गई है. हमारे पास रोज 1000 से अधिक फोन आ रहे हैं. हम दूसरे राज्य के लोगों को भेजने पर ध्यान दे रहे हैं. जबकि हमारे लोगों को लाने की हमारी सूची कम है.
कोटा संभाग के सांसदों और विधायकों से संवाद के दौरान रामगंज मंडी से बीजेपी विधायक मदन दिलावर ने कडा रूख अपनाते हुए सीएम गहलोत से कहा कि आपने जो क्वारेंटाइन की व्यवस्था की है इससे कोरोना संक्रमण फैला है. रामगंज मंडी में मजदूरों को राशन नहीं मिल रहा है. इसके साथ ही दिलावर ने कोटा शहर के कुछ क्षेत्रों में राशन वितरण में भेदभाव करने का आरोप भी सरकार पर लगया. दिलावर के कडे रूख को देखते हुए सीएम गहलोत ने दूसरे विधायक को बोलने को कहा तो दिलावर ने वीसी के दौरान विरोध जताते हुए कहा कि मैं बीजेपी का विधायक हूं तो क्या मेरी नहीं सुनोंगे, अन्य लोगों को काफी समय तक बोलने दिया गया. इस पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा सुबह से बैठे हैं आपकी हो गई बात, दिलावर ने फिर से वीसी में कनेक्ट होते हुए किसानों पर लगाए गए 2 प्रतिशत टैक्स को वापस लेने की मांग की.
सीएम गहलोत के खिलाफ अक्सर बयाने देने वाले विधायक पी.आर. मीणा ने संवाद के दौरान खुलकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कामकाज की तारीफ की. मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना से इस जंग में कम संसाधनों में भी बेहतर काम किया है. राजस्थान में अमेरिका से भी बेहतर काम हुआ है. इस दौरान मीणा ने अफसरों की भी खिंचाई की. मीणा ने कहा कि उनके क्षेत्र में पानी की समस्या है, लेकिन नवीन महाजन को चार बार फोन करने के बावजूद फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं.
सीएम गहलोत से संवाद के दौरान मंत्री विश्वेंद्र सिंह और भजन लाल जाटव में आपस में टीका-टिप्पणी हुई. भजन लाल जाटव ने कहा हमारे यहां बंपर पैदावार हुई है तो, फिर विश्वेंद्र सिंह ने उन्हें बीच में टोंकते हुए कहा कि, आपके यहां तो सब जगह ओले पड़े हैं. आपके यहां बंपर पैदावार कैसे हो गई. पहले आप मुझे ओला गिरने की जानकारी दे रहे थे, अब सीएम के सामने अलग बात कह रहे हैं.
सीएम गहलोत की बीकानेर संभाग के सांसदों और विधायकों के साथ संवाद में सीएम गहलोत ने ली उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की चुटकी, जब राठौड़ वीसी में सीएम गहलोत के बार बार नाम पुकारने के बाद वीसी में कनेक्ट तो सीएम गहलोत ने कहा- आप कहां गायब हो गए थे राठौड़ साहब, तो राठौड़ ने जवाब देते हुए कहा- मैं गायब नहीं हुआ हूं, आपका प्रयास रहता है कि मैं गायब हो जाऊं लेकिन मैं यहीं हूं
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को लाने के लिए जनप्रतिनिधियों द्वारा सूची बनाए जाना ये तो जनप्रतिनिधियों का कपड़ा फाड़ प्रोग्राम है इसे रोका जाना चाहिए. कोई भी जनप्रतिनिधि ऐसा नहीं होगा जो अपने लोगों की शत प्रतिशत सूची बना दे. जिन लोगों का नाम सूची में नहीं होगा वे बाद में जनप्रतिनिधियों को पकड़ेंगे. राठौड़ के इतना कहते ही सीएम गहलोत हंसने लगे. राठौड ने आगे कहा कि प्रवासियों की वापसी को लेकर शुरू से ही कुछ गफलत रही जिससे कांग्रेस ने अपने स्तर पर काम करना शुरू कर दिया और भाजपा ने अपन स्तर पर हमें मिलकर काम करने की जरूरत है. इसके साथ ही राठौड ने किसानों पर लगाए गये 2 प्रतिशत टैक्स को भी वापस लेने और प्रदेश में बिजली पानी के बिल को स्थगित किए जाने कि बजाय माफ करने की मांग की.
बीकानेर संभाग के सांसदों और विधायकों से संवाद में नोखा से बीजेपी विधायक बिहारी लाल विश्नोई ने प्रवासी राजस्थानियों की वापसी को सुगम बनाने को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री आपके आग्रह को कभी टालते नहीं है मना नहीं करेंगे. आप प्रवासियों की घर वापसी को लेकर पीएम मोदी से आग्रह करो, इस पर सीएम गहलोत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और संवाद में मौजूद सभी लोग मुस्कराने लगे. विधायक बिहारी लाल ने पीएम मोदी और मुख्यमंत्री गहलोत के कोरोना से लडाई के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी तारीफ की.
सीएम गहलोत का बीकानेर संभाग के सांसदों और विधायकों से आॅनलाइन संवाद में भादरा विधायक बलवान पूनियां ने कहा- मैनें आपके राहत कोष में मेरी ये अंगूठी दान ही है, सुनार की दुकान खुलते ही इसे बेच के इसके पैसे आपके राहत कोष में जमा करवा दूंगा, इस पर सीएम गहलोत और विधायक पूनियां दोनों ही खूब गुदगुदाये
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वसुंधरा राजे ने सीएम गहलोत से संवाद करते हुए कहा कि आज मैंने पूरे दिन देखा सभी जनप्रतिनिधियों ने पूरे दिन बैठ कर इस महामारी पर चर्चा की. राजे ने आगे कहा कि सभी कोरोना वॉरियर्स का मैं धन्यवाद देना चाहती हूं सभी ने मिलकर काम किया है. आज सबसे बडी समस्या प्रवासी मजदूरों की है, प्रवासियों की वापसी के लिए चलाई जा रही विशेष ट्रेनों का ठहराव 2-3 स्टेशनों पर होगा तो अच्छा होगा. प्रवासियों के क्वारेंटाइन के लिए अच्छे इंतजाम की व्यवस्था हमें करनी होगी. राजे ने आगेे कहा कि कोरोना के साथ हमें शायद लंबे समय तक रहना होगा तो हमें उद्यमियों के लिए भी सोचने की जरूरत है. एक्सपर्टस के अनुसार यह बीमारी जून और जुलाई में बढने वाली है तो हमें और ज्यादा टेस्ट करने की जरूरत है. ऐसा करने पर एक बार राजस्थान सुर्खियों में आएगा लेकिन समय रहते उपचार भी हो पाएगा. इसके साथ ही राजे ने सरकार द्वारा लगाए गए मंडी टैक्स को वापस लेने की भी सीएम गहलोत से मांग की.