शराब घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शुक्रवार को कोर्ट से लगा डबल झटका, एक तरफ सिसोदिया की जमानत याचिका पर 21 मार्च तक टल गई सुनवाई, तो दूसरी तरफ 17 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड पर भेज दिया गया है सिसोदिया को, ईडी ने राउज ऐवेन्यू कोर्ट में पेश किया सिसोदिया को और मांगी 10 दिन की रिमांड, एक घंटे से अधिक समय तक दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने सिसोदिया को भेज दिया 7 दिन की रिमांड पर, इससे पहले एक सप्ताह तक सीबीआई की रिमांड पर रहना पड़ा सिसोदिया को, इसके बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था जेल में, ईडी ने गुरुवार को तिहाड़ जेल में लंबी पूछताछ के बाद सिसोदिया को कर लिया था गिरफ्तार, आज राउज ऐवेन्यू कोर्ट में स्पेशल जज एमके नागपाल के सामने पेश किया गया सिसोदिया को, ईडी ने अदालत के सामने रखीं कई दलीलें और सिसोदिया पर लगाए कई आरोप, ईडी की ओर से कहा गया कि शराब नीति में कुछ लोगों को पहुंचाया गया फायदा, शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए फेरबदल किया गया नियमों में, ऐसे में सिसोदिया से और पूछताछ के लिए है रिमांड की आवश्यकता, आबकारी नीति की मूल रिपोर्ट और फाइनल ड्राफ्ट को पेश किया गया कोर्ट के सामने