Politalks.News/मध्यप्रदेश. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट विस्तार के बाद अपने नए मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ पहली बैठक की. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक की शुरुआत ”वक्रतुंड महाकाय…” श्लोक के साथ की. बैठक की शुरुआत में सीएम शिवराज ने अपने सभी नए सहयोगियों को बधाई दी. साथ ही उन्होंने कैबिनेट को एक परिवार की तरह बताया. शिवराज ने प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए अपने मंत्रियों को स्वागत-समारोह के फेर में न पड़ने की सलाह भी दी.
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कैबिनेट की बैठक में मंत्रियों से यह भी कहा कि अब सभी लोग काम में जुट जाएं, ‘न मैं चैन से बैठूंगा और न आप लोगो को बैठने दूंगा’. मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों को इस बैठक के बाद काम में जुट जाने को कहा, साथ ही उन्हें प्राथमिकता के स्तर पर करने को कुछ काम भी गिनाए.
- मुख्यमंत्री शिवराज ने पहली केबिनेट बैठक के बाद सभी मंत्रियों को मुख्य टास्क दिए-
- जो काम प्रदेश की भलाई के लिए हो, वह निर्विध्न रूप से पूरे किए जाएं. हमें परिश्रम की पराकाष्ठा दिखानी होगी.
- सरकार का एक भी क्षण व्यर्थ न जाए, क्योंकि अब जो क्षण है वो जनता के हैं.
- आप सब यह तय करें कि कोई भी स्वागत न कराए. कोरोनाकाल चल रहा है, इसलिए स्वागत न करें, भीड़ न जुटाएं.
- न मैं चैन से बैठूंगा और न आप लोगो को बैठने दूंगा.
- यह कैबिनेट एक परिवार है. पहले भी कैबिनेट परिवार थी, सरकार भी परिवार की तरह चलाई है.
- भ्रष्टाचार न करने की हिदायत देते हुए सीएम ने कहा कि पारदर्शी प्रमाणिकता से काम हों.
- आप लोग काम बहुत करें, मगर तनाव बिलकुल न लें. थोड़ा वक्त अपने लिए भी निकालें.
- दो दिन भोपाल के लिए रखें, इसके लिए सोमवार -मंगलवार उपयुक्त रहेगा. सोमवार को विभाग की समीक्षा करें, मंगलवार को कैबिनेट बैठक होगी.
- दिनचर्या और व्यवस्था ऐसी रहे कि काम को और कार्यकर्ताओं के लिए पर्याप्त समय रहे.
- सीएम ने सभी मंत्रियों से कार्यकर्ताओं को रिस्पांस बराबर देते रहने का भी आग्रह किया.