पॉलिटॉक्स न्यूज़/मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी संग्राम का आज शाम तक हो सकता है पटाक्षेप. सूत्रों के अनुसार आज शाम छह बजे होने वाली बीजेपी विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह के नाम पर लग सकती है मुहर. जैसा कि पॉलिटॉक्स ने शुरू से अपनी खबरों में बताया है कि मध्यप्रदेश में ‘मामा’ के नाम से जाने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता को नहीं किया जा सकता है नजरंदाज. वहीं कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए विधायकों की खाली हुई 24 सीटों पर आगामी दिनों में होने वाले उपचुनाव में शिवराज सिंह की नाराजगी पड़ सकती थी भारी, इसी के चलते बीजेपी आलाकमान ने अपना मन बदल लिया है.
सूत्रों की मानें तो उपचुनाव के रिस्क फेक्टर ने रोके बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के कदम और नरेन्द्र सिंह तोमर की जगह शिवराज सिंह का चेहरा बदलने को लेकर हाईकमान का बदला मन. आगामी दिनों में होने वाले 24 सीटों पर उपचुनाव को साधना बीजेपी के बड़ी चुनौती है. बात करें, पिछले विधानसभा चुनाव की तो अपने मनपसंद उम्मीदवारों को भी नहीं जिता पाए थे नरेन्द्र सिंह तोमर. वहीं जानकारों की मानें तो नरेन्द्र सिंह तोमर भी नहीं बना पा रहे थे दिल्ली छोड़ने का मन. इन सभी बातों के चलते अब शिवराज सिंह चौहान का चौथी बार मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है जिसकी घोषणा आज शाम 6 बजे होने वाली विधायक दल की बैठक होगी.
मुख्यमंत्री का शपथग्रहण समारोह पहले नवरात्रा स्थापना यानि घट स्थापना के दिन 26 मार्च को रखा गया था लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते प्रदेश ही नहीं बल्कि लगभग पूरे देश में हुए लॉक डाउन के चलते नए मुख्यमंत्री का शपथग्रहण आज शाम 7 बजे ही होगा. कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते शपथग्रहण समारोह को बिल्कुल साधारण तरीके से किया जाएगा. ज्यादा लोगों की भीड़ इकट्ठी ना हो इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है. कार्यक्रम से पहले समारोह स्थल को पूरी तरह से सेनेटाइज किया जाएगा.
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अब बात करें, कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आने वाले विधायकों के भविष्य की जिनकी बदौलत आज मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को पहले ही राज्यसभा टिकट दे दिया गया है और सिंधिया को केंद्रीय मंत्रिमंडल में वित्त विभाग की जिम्मेदारी मिलना लगभग तय माना जा रहा है. वहीं बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने वाले सिंधिया कैंप के 22 विधायकों में से 10 पूर्व विधायकों को मंत्री पद से सम्मानित किया का सकता है.
सिंधिया कैम्प से ये बन सकते हैं मंत्री
कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे 6 पूर्व विधायकों को फिर से मौका दिया जाएगा, जिनमें तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी, महेन्द्र सिंह सिसोदिया और प्रद्युमन सिंह तोमर शामिल हैं. वहीं सिंधिया कैंप से चार अन्य कद्दावर नेताओं की भी कैबिनेट में एन्ट्री होगी, जिनमें राजवर्धन सिंह, बिसाहूलाल सिंह, हरदीप सिंह डंग और ऐंदल सिंह कंसाना शामिल हैं. इन सबके बीच जैसा कि पॉलिटॉक्स ने पहले भी बता दिया था, सिंधिया और उनके विधायकों को बीजेपी में लाने में अहम भूमिका निभाने वाले और एमपी बीजेपी कद्दावर नेता नरोत्तम मिश्रा को उपमुख्यमंत्री या गृहमंत्री या दोनों पदों से सम्मानित किया जा सकता है.