शिवराज सिंह को भाया कमलनाथ मॉडल, छिंदवाड़ा के मास्टर प्लान को सरकार ने दिखाई हरी झंडी

बिना किसी बदलाव के प्लान को मिली मंजूरी, 9 दिसम्बर तक मांगे दावे-आपत्ति और सुझाव, मास्टर प्लान में 54 गांवों पर निवेश की ययोजना, निवेश क्षेत्र में शामिल किए गए 27 गांवों के विकासात्मक स्वरूप पर शिवराज सरकार ने दी सहमति, कमलनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में था छिंदवाड़ा मॉडल

shivraj ko bhaya kamalnath chindwara master plan
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Politalks.News/MadhyaPradesh. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को शायद नाथ मॉडल पसंद आ गया है. इसी के चलते शिवराज सरकार ने प्रस्ताव को बिना किसी मंजूरी के सीधे मंजूरी दे दी है. पिछली कमलनाथ सरकार में छिंदवाड़ा के मास्टर प्लान में 27 गांवों को शामिल करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया था. प्लान परवान चढ़ता, इससे पहले ही सरकार गिर गई. इसके बाद लगने लगा था कि छिंदवाड़ा का मास्टर प्लान अब सरकारों के अधर झूल में अटक जाएगा लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं और न ही प्रस्ताव पर सरकार बदलने का कोई असर हुआ. शिवराज सरकार ने प्रस्ताव को बदलाव किए बिना मंजूरी दे दी है.

नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने इसका राजपत्र में प्रकाशन कर 9 दिसंबर तक दावे-आपत्ति व सुझाव मांगे हैं. इसके बाद छिंदवाड़ा का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा. विभाग के अफसरों को कहना है कि अगले 10 साल (वर्ष 2031) के लिए इसे अप्रैल 2021 में लागू करने की तैयारी है. मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि मास्टर प्लान में कमलनाथ सरकार द्वारा निवेश क्षेत्र में शामिल किए गए 27 गांवों के विकासात्मक स्वरूप पर शिवराज सरकार ने सहमति दे दी है.

Chindwara Modal Plan
Chindwara Modal Plan

राजपत्र में इसका प्रकाशन करने के साथ ही नया नक्शा भी जारी किया गया है. नोटिफिकेशन के अनुसार छिंदवाड़ा निवेश क्षेत्र के लिए भूमि के वर्तमान उपयोग संबंधी मानचित्रों को मप्र नगर और ग्राम निवेश अधिनियम 1973 की धारा 15 को उपधारा (1) के अधीन उप संचालक, नगर तथा ग्राम निवेश द्वारा अनुसूची के अनुसार तैयार किया गया है.

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पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विकास के छिंदवाड़ा मॉडल को विधानसभा चुनाव-2018 में आगे रखकर सरकार बनाई थी. कमलनाथ सरकार में विभागों का सबसे ज्यादा ध्यान छिंदवाड़ा जिले पर रहा. सत्ता जाने के बाद भी छिंदवाड़ा कमलनाथ की प्राथमिकताओं में है. माना जाता है कि छिंदवाड़ा से जुड़े कामों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ में बेहतर सामंजस्य है. बता दें, 2011 में समाप्त हुए मास्टर प्लान 2031 में नगर पालिका के समय 14 गांव निवेश क्षेत्र थे. छिंदवाड़ा नगर निगम के गठन के बाद उसमें 27 गांव शामिल किए गए थे. कमलनाथ सरकार आने के बाद फिर से नए 27 गांव जोड़ दिए गए हैं. अब मास्टर प्लान में शहर के अलावा 54 गांवों का निवेश क्षेत्र होगा.

निवेश क्षेत्र की अनुसूची छिंदवाड़ा निवेश क्षेत्र की संशोधित सीमाएं उत्तर में मानेगांव, डुंगरिया, झण्डा, खापामिठेखां, झिरलिंगा, चारगांव, लकड़ाई जम्होड़ी, पूर्व में लकड़ाई, जम्होड़ी, सारना, अजनिया, सुरगो, कबाडिय़ा, सोनाखार, पखडिय़ा, अतरवाड़ा, माल्हनवाड़ा, कुकड़ाचिमन एवं अर्जुनवाड़ी, दक्षिण में अर्जुनवाड़ी, मैनारी, जैतपुरखुर्द, लिंगा एवं गाडरवाड़ा, पश्चिम में गाडरवाड़ा, सालोमेटा, खुनाझिरकलां, खैरवाड़ा, थुनियाउदना, गुरैया, कुंडालीकलां, मोआदेई एवं मानेगांव की सीमाएं शामिल हैं.

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