वीरांगनाओं के मामले में राजस्थान विधानसभा में सोमवार को गहलोत सरकार की ओर से जवाब किया गया पेश, जवाब देते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने तीन एफआईआर दर्ज करने के साथ ही राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के प्रदर्शनों की तुलना कर दी आतंकी से, किरोड़ी मीणा को लेकर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा- राजनीति में रुचि रखने वाला हर व्यक्ति जानता है कि किरोड़ी लाल मीणा किस तरह का करते हैं कृत्य, वह कृत्य कम नहीं होता किसी आतंकी से, किरोड़ी लाल मीणा जैसा राज्यसभा सांसद, विधानसभा का सदस्य और मंत्री रह चुका नेता अगर नियम को जानते हुए भी नियम विरुद्ध कर रहा है आंदोलन, और लॉ एंड ऑर्डर भंग करने की करे कोशिश, तो कानून का पालन करने वाली सरकार उसे नहीं कर सकती बर्दाश्त,’ धारीवाल के इस बयान पर जहां सदन में बीजेपी विधायकों ने किया जोरदार विरोध, तो वहीं सदन के बाहर अपनों के निशाने पर आए धारीवाल, अपनी बेबाकी के लिए जाने जानी वाली ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने न सिर्फ धारीवाल के बयान की कड़े शब्दों में की निंदा, बल्कि जोरदार निशाना साधते हुए कहा- मैं शांति धारीवाल जी के वक्तव्य की कड़े शब्दों में करती हूं निंदा, सार्वजनिक जीवन में हमारे दल, राजनीतिक विचारधारा अलग है, मनभेद व मतभेद दोनों हो सकते हैं, लेकिन किसी जनप्रतिनिधि को ऐसे आतंकी के समान उपाधि देना लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों के लिए पेश किया है निहायत ही तुच्छ उदाहरण, मुख्यमंत्री जी का शहीद के परिवार से बाहर नौकरी नहीं देना है एक उचित कदम, लेकिन क्या पुलिस के द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार को छुपाने के लिए शांति धारीवाल द्वारा किरोड़ी लाल जी को आतंकी सामान उपाधि देना क्या उचित है?