Politalks.News/Bihar. राजद नेता और महागठबंधन में मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को चेताते हुए माफी मांगने के लिए कहा है. तेजस्वी ने कहा कि मेरे उपर अभी तक कोई दाग नहीं है लेकिन नीतीश कुमार ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं. नीतीश माफी मांगे नहीं तो मैं उप पर मानहानि का केस करूंगा. तेजस्वी ने राजद के पूर्व नेता शक्ति मलिक की हत्या के मामले में तेजस्वी और तेजप्रताप का नाम घसीटे जाने को लेकर बात कर रहे थे. शक्ति मलिक हत्याकांड को लेकर मृतक की पत्नी ने भी तेजस्वी, तेजप्रताप और अन्य राजद नेताओं पर आरोप लगाया है लेकिन बिहार पुलिस नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एवं तेज प्रताप यादव समेत सभी नामजद छह राजद नेताओं क्लीन चिट दे चुकी है.
बता दें, शक्ति मलिक की पत्नी के बयान के आधार पर तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, अनिल साधु, कालो पासवान, सुनीता देवी और मनोज पासवान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.
राजद नेता रहे शक्ति मलिक की हत्या और उस पर हो रही बयानबाजी को राजनीतिक षडयंत्र बताते हुए तेजस्वी यादव ने पूर्णिया में राजद के पूर्व नेता शक्ति मलिक की हत्या को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा जुबानी हमला किया. तेजस्वी ने कहा कि इस केस में हम दोनों भाइयों का नाम घसीटना बिहार सरकार की सोची समझी साजिश थी. इस मामले में मेरा नाम घसीटा गया. मैं प्रदेश का उप मुख्यमंत्री भी रह चुका हूं लेकिन आज तक मेरे ऊपर कोई दाग नहीं लगा. नीतीश कुमार ने मुझ पर और मेरे भाई पर झूठा आरोप लगाया है. यह एक राजनीतिक षडयंत्र है.
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तेजस्वी यादव ने जदयू पर सीधा आरोप लगाया कि पार्टी ने दलित कार्ड का इस्तेमाल किया है. जदयू और भाजपा कर रहे डर्टी पॉलिटिक्स कर रहे हैं. उनका राजनीतिक मकसद तेजस्वी-तेजप्रताप को फंसाना था. तेजस्वी ने कहा कि शक्ति मलिक को किसने वीडियो बनाने को कहा और उनकी पत्नी से किसने बयान दिलाया. मुख्यमंत्री पर भी हत्या का मुकदमा है लेकिन मैं इस पर कुछ बोलूंगा नहीं. तेजस्वी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार अगर सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांगेंगे तो हम मानहानि का मुकदमा करेंगे. इस मामले को चुनाव से जोड़ते हुए तेजस्वी ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री इस चुनाव को लेकर इतने डरे और सहमे हुए हैं कि हम लोगों के ऊपर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.
इस मामले में राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की सिफारिश करने का अनुरोध भी किया है. उन्होंने अपने पत्र यह भी लिखा है कि आप मुझे नामांकन दाखिल करने से पहले गिरफ्तार कर सकते हैं और मुझे पूछताछ के लिए भी बुला सकते हैं.
गौरतलब है कि केहाट थाना क्षेत्र में रविवार सुबह नकाबपोश अपराधियों ने दलित नेता शक्ति मलिक के घर में घुसकर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी. इस मामले में तेजस्वी प्रसाद यादव एवं तेजप्रताप यादव सहित कुल छह लोगों के खिलाफ केहाट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मृतका की पत्नी का कहना था कि राजद से निकाले जाने के बाद शक्ति मलिक निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे.
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शक्ति मलिक हत्याकांड को लेकर एसपी विशाल शर्मा ने बुधवार को बड़े खुलासे किए. एसपी ने कहा कि इस हत्याकांड में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव समेत सभी नामजद छह राजद नेताओं का कोई हाथ नहीं है. वहीं इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था. मामले में पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने बताया कि शक्ति सूद पर पैसे का कारोबार करता था और समय पर पैसे नहीं लौटने पर लोगों से न केवल मनमाना पैसा वसूलता था बल्कि उनको तंग भी किया करता था. ऐसे ही प्रताड़ितों मे शामिल आफताब ने सहयोगियों के साथ मिलकर शक्ति की हत्या कर दी. इसमें राजद के 6 नामजद नेताओं का कोई हाथ नहीं है.