Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में असम कांग्रेस गठबंधन के विधायक प्रत्याशियों की ‘बाड़ाबंदी‘ क्या हुई, हर तरफ से ‘बाड़ा‘ ‘बाड़ा’ का शोर सुनाई देने लगा है. इसी बीच अब प्रदेश में तीन सीटों पर हो रहे उपचुनाव के शोर में भी ‘बाड़ा’ की गूंज सुनाई देने लगी है. वहीं अब ‘नाथी का बाड़ा‘ वाले प्रदेश के शिक्षामंत्री के साथ पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और ‘खाला जी का बाड़ा‘ वाले विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष व बीजेपी विधायक राजेन्द्र राठौड़ के बीच बड़ी रोचक ‘ट्वीटर जंग‘ छिड़ गई है. अब हम आपको बताते हैं कि आखिर कैसे कांग्रेस और बीजेपी के ये दो दिग्गज ट्वीटर पर एक दूसरे पर व्यंग्य बाण चला रहे हैं और क्या है ये ‘बाड़ा का खेला‘.
दरअसल बीजेपी के कद्दावर नेता राजेन्द्र राठौड़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें राजेन्द्र राठौड़ सुजानगढ़ में हुई बीजेपी प्रत्याशी की चुनावी सभा में कुछ लोगों पर भड़कते हुए बोल रहे हैं कि, “ये कोई खाला जी का बाड़ा नहीं है.” बता दें कि राजेन्द्र राठौड़ की सभा में कुछ लोग बीजेपी प्रत्याशी खेमाराम के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. इस पर राजेन्द्र राठौड़ झुंझला गए और इन लोगों को कांग्रेस का एजेंट बताते हुए बोले कि, ‘मैं बता देता हूं, तुम्हारे नेता को एक शब्द नहीं बोलने दूंगा मैं, ये कोई खाला जी का बाड़ा नहीं है….” राजेन्द्र राठौड़ का ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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इसके बाद इस वीडियो को पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीटर पर राजेन्द्र राठौड़ को टैग करते हुए लिखा है कि, “राजेन्द्र जी, आपकी झुंझलाहट में सुजानगढ़ उपचुनाव में भाजपा की हार साफ़ दिख रही है, वैसे आपके प्रचार के भी क्या कहने, पिछले सभी उपचुनाव जहां आपको ज़िम्मेदारी मिली, वहां भाजपा की हार हुई और कुछ ऐसा ही सुजानगढ़ में होने जा रहा है.” डोटासरा ने आगे राठौड़ पर तंज करते हुए लिखा है कि, ‘जहँ-जहँ पांव पड़े सन्तन के तहँ-तहँ होवै बन्टाधार.’
अब इतना होने पर बीजेपी के दिग्गज नेता राजेन्द्र राठौड़ कहां पीछे रहने वाले थे. राजेन्द्र राठौड़ ने भी पलटवार करते हुए एक के बाद एक दो ट्वीट कर डाले और इनमें निशाने पर थे वही नाथी का बाड़ा वाले गोविंद सिंह डोटासरा और कांग्रेस. राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट में लिखा –
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
गोविंद डोटासरा जी, झुंझलाहट की परिभाषा आपसे बेहतर कोई नहीं जानता. भाजपा की चिंता छोड़िए, पहले अपने बिखरते कुनबे और कांग्रेस की डूबती नैय्या को बचाने में ध्यान दें, शायद आप भूल गए कि कांग्रेस पार्टी को पिछले आम चुनाव 2013 में 21 सीटें मिली थी यानी मिनी बस की सवारी जितनी. इसकी रिहर्सल अब फिर से चालू हो गई है. आपका ऐसा ही बड़बोला रवैया रहा तो अगली बार मिनी बस जितने MLA भी नहीं आएंगे.
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गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को अपने सीकर आवास पर ज्ञापन देने आए कुछ लैक्चरर्स को बेइज्जत करते हुए जबरदस्त फटकारा था और कहा था कि यहां तुम्हें किसने बुलाया, मेरे घर को नाथी का बाड़ा समझ रखा है क्या? इस फटकार को स्कूल लेक्चरर्स ने अपमान बताया तो वहीं भाजपा भी शिक्षामंत्री को घेर रही है.
असम के सियासी मेहमानों की बाड़ाबंदी के बीच राजेन्द्र राठौड़ और गोविंद सिंह डोटासरा के ट्वीटर वार ने उपचुनाव के प्रचार में तड़का लगा दिया. अब देखना रोचक होगा कि इस दौर में अगला वार किस ओर से होता है. फिलहाल प्रदेश की जनता ‘नाथी का बाड़ा’ और ‘खाला जी का बाड़ा’ का पता पूछ रही है. सोशल मीडिया पर अजब गजब इनकी परिभाषाएं दी जा रही है.