Politalks.News/RajasthanByElection. प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने अपना प्रचार तेज कर दिया है. इसी कड़ी में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने आज राजसमंद में चुनाव प्रचार किया और बीजेपी प्रत्याशी दीप्ति माहेश्वरी के लिए वोट मांगे. इसके बाद राजसमंद में प्रेसवार्ता को भी संबोधित किया. इस दौरान सतीश पूनियां ने दावा करते हुए कहा कि तीनों विधानसभा उपचुनावों को लेकर जमीन पर बहुत पहले ही तैयारी पूरी हो चुकी थी, हमारी बूथ तक की मजबूत वर्किंग हो चुकी है और तीनों सीटों पर भाजपा शानदार जीत दर्ज करेगी.
कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि सवा 2 साल पहले 2018 में कांग्रेस ने अपने जनघोषणा पत्र में सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी का वादा किया था और इनके अंतर्राष्ट्रीय और महान नेता राहुल गांधी ने कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर 10 दिन के अंदर किसानों का संपूर्ण कर्जा माफ कर देंगे, लेकिन आज भी प्रदेश के 59 लाख किसान 99 हजार करोड़ के कर्जमाफ़ी का इंतजार कर रहे हैं. पूनियां ने कहा कर्जमाफी नहीं होने से प्रदेश में दर्जनों किसान आत्महत्या कर चुके हैं. श्रीगंगानगर के रायसिंहनगर में किसान सोहनलाल ने सुसाइड करने से पहले वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने अपनी मौत का जिम्मेदार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बताया था.
यह भी पढ़ें:- PM मोदी के सामने बोले गहलोत- सत्ता कितनी भी मजबूत हो, गलत हो तो उसके सामने कभी नहीं झुकें
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि प्रदेश में 12 लाख बेरोजगार पंजीकृत हैं, लेकिन बेरोजगारी भत्ता करीब ढाई लाख युवाओं को ही दिया जा रहा है और इसमें भी यह स्थिति है कि लगभग सालभर से युवाओं के खाते में बेरोजगारी भत्ता पहुंच ही नहीं रहा है. पूनियां ने कहा कि 25 से ज्यादा ऐसी भर्तियां लंबित हैं और इस सरकार के कुशासन के कारण पर्चे लीक हो रहे हैं, क्योंकि यह सरकार वीक है. पूनियां ने कहा यह वादाखिलाफी करने वाली सरकार है, जिसको प्रदेश की जनता ने पंचायतराज चुनाव में आइना दिखाकर 21 में से 14 जिलों में भाजपा का बोर्ड बनाया और कांग्रेस मात्र 5 जिलों में ही बोर्ड बना पाई. पूनियां ने कहा कि किसी भी सरकार के खिलाफ तीन-चार सालों में एंटी इनकंबेंसी का माहौल बनता है, लेकिन इस कांग्रेस सरकार के सवा 2 साल के शासन में ही एंटी इनकंबेंसी का माहौल बन चुका है. इस दौरान पूनियां ने दावा करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता हताश निराश है और ना केवल इन तीनों उपचुनाव में बल्कि 2023 के विधानसभा चुनाव में भी जनता कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर देगी.
गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए सतीश पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने पुलिस के आधुनिकीकरण की बात कही थी, पुलिस व्यवस्था में सुधार की बात कही थी, लेकिन इस सरकार के अब तक के कार्यकाल में 6 लाख 14 हजार से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. इनमें से 80 हजार से अधिक महिलाओं के मामले और 12 हजार रेप-गैंगरेप के मामले हैं. पूनियां ने कहा कि भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में हुए अपराध एवं महिला अपराधों को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार से शिकायत की, जिस पर राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को नोटिस दिया है.
यह भी पढ़ें:- आम लोगों के लिए बनाए कोरोना के नियम, जबकि नेता उड़ा रहे धज्जियां, दिल्ली हाईकोर्ट ने मांगा जवाब
फोन टैपिंग को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सतीश पूनियां ने कहा कि यह सरकार ना केवल दूसरों के फोन टेप करवा रही है, बल्कि खुद के पार्टी के नेताओं के भी फोन टेप करवाये, क्योंकि यह सरकार शुरू से ही कमजोर है. पूनियां ने कहा कि हार की बौखलाहट से कांग्रेस सरकार ऑडियो-वीडियो के षड्यंत्र रच रही है. पूनियां ने आगे कहा कि सरकार प्रेसर पॉलिटिक्स कर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. सीएम गहलोत पर आरोप लगाते हुए पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत डराने धमकाने की राजनीति कर रहे हैं, एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं, एसओजी, एसीबी, पुलिस के माध्यम से अपनी ही पार्टी के विधायकों को डराया धमकाया गया.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने सतीश पूनियां ने कहा कि यह सरकार नैतिक रूप से और आर्थिक रूप से कमजोर हो चुकी है, इनके साथ निर्दलीय विधायकों का कोई अता-पता नहीं, वह कभी इधर तो कभी उधर घूमते हैं. बसपा के विधायकों का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, इस सरकार की हालत ऐसी है कि कहीं की स्टैरिंग, कहीं का फंटा, कहीं की सीट इस तरह लटक लटक कर सरकार चल रही है.