Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान के बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब तो कांग्रेस की हालत ‘मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए‘ गाने जैसी हो गई है. कई बार लगता है कि वंश की तारीफ करते करते उनकी ये हालात हो गई है . इस दौरान पूनियां ने कृषि कानूनों पर भी अपनी राय रखी और सोनिया गांधी द्वारा कांग्रेस शासित प्रदेशों को कानूनों के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव लाने पर नाराजगी व्यक्त की. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार में किसानों के कल्याण के लिए तीन विधेयक आए जो किसानों की तकदीर बदल सकते हैं. अफसोस हुआ कि कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने राज्य की सरकारों को कहा है कि इसका विरोध करें. सोनिया गांधी नहीं चाहती है कि देश के किसानों का कल्याण हो. वो अपनी आय को दोगुना कर पाएं.
कृषि सुधार कानूनों पर बुधवार को सोशल मीडिया के जरिए लोगों को संबोधित करते हुए सतीश पूनियां ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर तंज कसे. पूनिया ने कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस सत्ता से बाहर रहने की आदी हो गई है. एक परिवार की 1885 की पार्टी जो देश पर राज करती थी, आज रीजनल पार्टियों से भी नीचे आ गई है. उनके सिर पर पार्टी की मान्यता खत्म होने का खतरा हमेशा मंडराता रहता है. पार्टी में नेतृत्व की दिशाहीनता है, मुद्दे खत्म हो गए हैं. केवल एक वंश के लिए पार्टी ने अपनी नीतियों को नकार दिया. ऐसी कांग्रेस पार्टी देश का क्या भला करेगी जो खुद 55 सालों तक लूट और झूठ का खेल खेलती रही है.
सतीश पूनियां ने कांग्रेस के मंसूबों को मुंगेरी लाल के हसीन सपने बताते हुए कहा कि कांग्रेस अब जो खेल खेलने जा रही है जिसमें सोनिया गांधी में कांग्रेस राज्य की सरकारों को आदेश दिया है, क्या वो नहीं चाहते कि किसानों की आय दोगुनी हो. इस तरह को किसानों को भड़काकर मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं. वो चाहते हैं कि अपने पाप कर्मों पर परदा डाल फिर से सत्ता में आ जाएं.
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कृषि कानूनों पर बोलते हुए सतीश पूनियां ने कहा कि कृषि खेती भारत की अर्थव्यवस्था का आधार रही है. किसान हमेशा आपदाओं से लड़ता रहा और मजबूती से उसका मुकाबला किया. पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू कहते थे कि हम बैलगाड़ी से तरक्की नहीं कर सकते, हमें अंतरिक्ष की यात्रा करनी होगी. उस समय भी किसान देश की अर्थव्यवस्था की ताकत था लेकिन तब भी किसान के हक मे कुछ नहीं हुआ. मनमोहन सरकार में खेती का बजट 12 हजार करोड़ था जबकि आज खेती का बजट 1 लाख 34 हजार करोड़ रुपए है. राजीव गांधी की ओर इशारा करते हुए पूनियां ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री बोलते थे कि 1 रुपए भेजते हैं तो किसान के पास 15 पैसे पहुंचते हैं. वहीं मोदी सरकार में अब 92 हजार करोड़ रुपए सीधी किसानों के खाते में पहुंचाए गए हैं.
सतीश पूनियां ने कहा कि किसान बिल का विरोध करने से पहले कांग्रेस अपने 2019 के घोषणा पत्र को पढ़ लेते. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कांग्रेस, सोनिया गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश के पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा को झूठा बताते हुए कहा कि इनके लोकसभा 2019 के घोषणा पत्र में पेज नंबर 17 के बिंदू नंबर 11 और 21 में इन दोनों बातों की हामी भरी गई है. अब इस यू-टर्न की जरूरत कहां से आ पड़ी है.
अंत में बीजेपी के राजस्थान अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि कोरोना के कहर के बीच हम सभी नियमों का पालन करते हुए सत्ताधारी पार्टी पर हल्ला भी बोलेंगे और कांग्रेस पार्टी की पोल भी खोलेंगे. उन्होंने कहा कि कल से पूरे देश में धान की फसल की एमएसपी पर खरीद शुरू हो गई है जो विरोधियों के चेहरे पर तमाचा है. उन्होंने बताया कि राजस्थान की सरकार भी प्रस्ताव भेज रही है जिसमें मूंगफली, मूंग, उदड़ और सोयाबीन की खरीद का प्रस्ताव भेजा है. इस पर भारत सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इसे खरीदने की हामी भरी है.