Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में सियासत का तापमान जून में पड़ने वाली गर्मी से कहीं ज्यादा है. जहां एक और सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट के बीच सियासी संग्राम जारी है तो वहीं प्रदेश भाजपा में पार्टी नेतृत्व को लेकर जबरदस्त रार छिड़ी हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थन में एक के बाद एक हाड़ौती अंचल के तीन बड़े नेताओं ने और भरतपुर के एक पूर्व सांसद ने खुलकर बयान दिए हैं. बीजेपी नेताओं की इस बयानबाजी पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने नेताओं को गैरजरूरी बयानों से बचने की नसीहत देते हुए कहा कि इस तरह की बयानबाजी पार्टी संविधान के खिलाफ है और ऐसे लोगों के बारे में पार्टी को पता है उनका कब क्या होगा यह समय आने पर पता चल जाएगा. वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कि एक व्यक्ति सरकार बना देगा यह गलतफहमी किसी को नहीं होनी चाहिए.
गुलाबचंद कटारिया ने वसुंधरा राजे समर्थकों के बयान पर कहा है कि यदि कोई यह सोचे कि मैं पार्टी से ऊपर हूं तो यह ठीक नहीं. कोई किसी व्यक्ति को पार्टी से ऊपर बताए तो भी ठीक नहीं. एक व्यक्ति सरकार बना देगा, ये गलतफहमी भी किसी को नहीं होनी चाहिए. कटारिया ने हिदायत दी कि बीजेपी में पहले देश, फिर पार्टी और तीसरे नंबर पर व्यक्ति होता है. चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा, कौन अगला मुख्यमंत्री होगा, यह सब पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है.
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वहीं बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि इस बयानबाजी के बारे में वे ज्यादा तो नहीं कहेंगे. लेकिन पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ ही सासंद, विधायक जैसे जिम्मेदार लोगों को बचना चाहिए. बीजेपी में मुख्यमंत्री के दस-दस दावेदार होने के सवाल पर पूनियां ने कहा कि यह पार्टी के लिए अच्छा है, एक वक्त होता था जब माना जाता था कि पार्टी में सीएम के लिए बड़े चेहरों की कमी है. पूनियां ने कहा कि अगर 20-20 दावेदार भी सीएम के लिए हों तो बीजेपी को कोई नुकसान नहीं है. पूनियां ने कहा कि पहले तो उनकी पार्टी की लड़ाई कांग्रेस से है. इसके बाद केंद्रीय नेतृत्व जिसे नेता तय करेगा उसके पीछे सभी चल देंगे.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि पार्टी की एक मर्यादा और संविधान है, जिसके अनुसार सभी काम करते हैं, इसके बाहर किसी को नहीं जाना चाहिए. पूनियां ने कहा कि हर व्यक्ति को पार्टी के मंच पर बात रखने का मौका दिया जाता है. लेकिन सार्वजनिक मंच पर बेतुकी और गैरजरूरी बातें पार्टी के संविधान के खिलाफ हैं. सतीश पूनियां ने पार्टी का हित सर्वोपरि बताते हुए कहा कि व्यक्तिगत तौर पर भले ही कुछ लोग ऐसे बयान किसी से वजह से दे रहे होंगे, लेकिन वो पार्टी की मर्यादा के भीतर नहीं हैं, ऐसे लोगों के बारे में पार्टी को पूरी तरह जानकारी है. उनका कब, क्या होगा इसकी चर्चा करने की भी जरूरत नहीं है, क्योंकि वक्त आने पर यह भी पता लग जाएगा.
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वहीं, वसुंधरा समर्थक इन नेताओं की बयानबाजी को लेकर प्रदेश नेतृत्व की तरफ से केंद्र को कोई रिपोर्ट दिए जाने के सवाल पर सतीश पूनियां ने कहा कि सब लोगों के आंख-नाक-कान हैं और सब बातें सही समय पर सही जगह पहुंच जाएगी. पूनियां कहा कि किसी तरह की रिपोर्ट जैसे प्रपंच की इस मामले में कोई जरूरत फिलहाल नहीं दिखती.