झूठ बोल बुरे फंसे संबित पात्रा, दिग्गी ने की 2 लाख के इनाम की घोषणा तो बोले BV- वाजपेयी जी हम शर्मिंदा हैं

अपने 'इतिहास' के ज्ञान और बयान पर जमकर घिरे पात्रा, भरे मंच से बोल गए झूठ! कांग्रेसी दिग्गजों ने पात्रा के झूठ पर लगा दी क्लास, पात्रा ने साल 2000 में बता दी UPA की सरकार, खुद को बताया था UPSC का टॉपर, अब दोनों ही झूठे दावों पर जमकर घिरे पात्रा को देनी पड़ी सफाई

झूठ बोल बुरे फंसे संबित पात्रा
झूठ बोल बुरे फंसे संबित पात्रा

Politalks.News/Delhi. टीवी चैनल्स पर होने वाली डिबेट्स के जरिए अपनी अलग पहचान बनाने वाले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा अतिउत्साह में आकर एक झूठा बयान देना भारी पड़ गया है. हाल ही में एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में संबित पात्रा (Sambit Patra) ने अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में बात करते हुए कहा था कि, ‘वो एमबीबीएस और एमएस कर चुके हैं. इसके साथ उन्होंने साल 2000 में UPSC 2000 की परीक्षा में 19वां रैंक हासिल की थी. यही नहीं संबित पात्रा ने यह भी कहा कि साल 2000 में यूपीए की सरकार थी, बस यहीं पर संबित पात्रा फंस गए. एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) और यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष  श्रीनिवास बीवी (Srinivas BV) दोनों ने चुटकी लेते हुए संबित पात्रा को निशाने पर ले लिया है. दिग्गी राजा ने 2 लाख के ईनाम की घोषणा करते हुए ट्वीट किया कि, ‘मोदी जी की डिग्री और संबित पात्रा के यूपीएससी का नतीजा, जो खोज लें उसे मैं ₹2 लाख दूंगा‘. वहीं श्रीनिवास बीवी ने पात्रा के बयान का एक हिस्सा ट्वीट करते हुए ‘अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) जी हम शर्मिंदा हैं’. हालांकि पात्रा की सफाई भी आई है लेकिन सियासी चुटकियां तो ली ही जा रही है. संबित पात्रा का दावा उनपर भारी पड़ता दिख रहा है.

 

मोदी की डिग्री और पात्रा का UPSC का नतीजा खोजने वाले को 2 लाख का इनाम- दिग्गी राजा
कांग्रेस संबित पात्रा के इस ‘झूठे’ दावे पर सवाल खड़ा कर रही है और सबूत मांग रही है. इसी को लेकर एमपी कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने भी हमला करते हुए सच सामने लाने वाले को इनाम देने की घोषणा तक कर डाली. दिग्गी राजा ने पात्रा और पीएम मोदी को टैग कर ट्वीट किया और लिखा कि, ‘मोदी जी की डिग्री और संबित पात्रा के यूपीएससी का नतीजा, जो खोज लें उसे मैं ₹2 लाख दूंगा’.

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श्रीनिवास बीवी ने जारी किया पात्रा के बयान का वीडियो

इंडियन यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्विटर पर इस विवाद की ठंडी होती आंच को एक बार फिर हवा देते हुए पूरे वीडियो का एक छोटा सा हिस्सा साझा किया, जहां संबित पात्रा खुद को UPSC का टॉपर बताने के साथ साथ यह भी कह रहे हैं कि 2000 में यूपीए की सरकार थी.

वाजपेयी जी हम शर्मिंदा हैं, इतना झूठ

इस हिस्से को साझा करते हुए श्रीनिवास ने लिखा कि, ‘तथाकथित UPSC के 2000 batch के Topper के अनुसार सन 2000 में UPA की सरकार थी. यहां श्रीनिवास बीवीने पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए लिखा कि, ‘स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी हम शर्मिंदा हैं.

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आपको बता दें, न्यूज़ चैनल आज तक के ‘एजेंडा’ कार्यक्रम में संबित पात्रा ने कांग्रेस के कन्हैया कुमार के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि, ‘UPSC के 2000 बैच का 19th रैंक होल्डर हूं. उस समय यूपीए की सरकार की थी, कोई बीजेपी की सरकार नहीं थी जो मुझे किसी ने ऐसे ही यूपीएससी में घुसा दिया हो. जो लोग 50-50 साल तक थिसिस करते हैं, हमारे पैसे पर पलते हैं, वो यूपीएससी से पूछेंगे कि तुम्हारी क्वालिफिकेशन क्या है’.

साल 2000 में थी देश में NDA की सरकार

अब इस बार संबित पात्रा को ट्रोल किए जाने का कारण उनकी जुबान से निकला वाक्य ‘साल 2000 में यूपीए की सरकार थी’ है. जबकि यूपीए का कार्यकाल 2004 से शुरू हुआ, 1999 से 2004 तक सत्ता पर भारतीय जनता पार्टी काबिज थी और प्रधानमंत्री पद पर भाजपा के सर्वोच्च नेता अटल बिहारी वाजपेयी विराजमान थे. यह पहला मौका नहीं है जब संबित पात्रा को उनके इस बयान को लेकर ट्रोल किया जा रहा हो. इससे पहले भी उन्हें उनकी रैंक को लेकर निशाने पर लिया गया था. जिस पर बीजेपी नेता ने सफाई भी दी थी.

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कांग्रेस नेता ने साल 2000 की UPSC टॉपर्स की लिस्ट की जारी

वहीं कांग्रेस नेता आदित्य गोस्वामी ने भी संबित पात्रा के दावे को झूठ बताया और 2000 की परीक्षा में रैंक हासिल करने वालों की लिस्ट भी शेयर कर दी. आदित्य गोस्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘संबित पात्रा ने झूठ बोला कि 2000 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 19वीं रैंक हासिल की थी, बहुत ही आसानी से ये सत्यापित किया जा सकता है कि साल 2000 में यूपीएससी की परीक्षा में संबित नाम के किसी भी व्यक्ति ने रैंक हासिल नहीं की थी’.

अपने को घिरता देख पात्रा ने दी सफाई
अपने आप को घिरा पाकर संबित पात्रा ने अपने दावे का बचाव करते हुए ट्वीट किया. पात्रा ने लिखा कि, ‘सीएसई के अलावा यूपीएससी सीएमएस परीक्षा का भी आयोजन करता है. मुझे लगता था कि ‘पढ़े लिखे’ इसे जानते होंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि कुछ इस तथ्य से बेखबर हैं‘.

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