पायलट ही थे मुख्यमंत्री पद के सही दावेदार, दिल्ली में चाटुकारिता करके गहलोत बन गए CM- बेनीवाल

सीएम गहलोत पर भड़के बेनीवाल, कहा- गहलोत के नाटक का हुआ पर्दाफाश, अपनी ही पार्टी का विश्वास खोया मुख्यमंत्री ने, नैतिकता के जरिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग

हनुमान बेनीवाल
हनुमान बेनीवाल

PoliTalks.News/Rajasthan. प्रदेश में चल रहे जबरदस्त सियासी घमासान के बीच सियासी बयानबाजी का दौर भी लगातार जारी है. प्रदेश में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर नागौर सांसद व रालोपा मुखिया हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अशोक गहलोत के नाटक का पर्दाफाश हो चुका है. अशोक गहलोत जो स्वयं दूसरे दल के विधायकों की खरीद फरोख्त करके दूसरी बार सीएम बने है, ऐसे में उन्हें दूसरों पर मनगढ़त आरोप लगाने का कोई हक नहीं है. सांसद बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में जब गहलोत सरकार बनी तब सचिन पायलट ही मुख्यमंत्री पद के असली हकदार थे क्योंकि चुनाव उनके नेतृत्व में ही लड़ा गया था. लेकिन अशोक गहलोत ने दिल्ली में लगातार परिक्रमा करके व वहां के कुछ नेताओं की चाटुकारिता करके मुख्यमंत्री का पद हासिल कर लिया.

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सांसद बेनीवाल ने सीएम गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि अशोक गहलोत स्वयं अपनी पार्टी के विधायकों का भरोसा खो चुके है. ऐसे में वो कई विधायकों को पुलिस के बल पर लेकर आए और बदले की भावना से कार्यवाही करते हुए कई विधायकों पर मुकदमे दर्ज करवा दिए और अधिकतर विधायकों को होटलों में बंद कर दिया. सांसद बेनीवाल ने आगे कहा कि अशोक गहलोत के खुद के द्वारा प्रायोजित इस नाटकीय घटनाक्रम को जनता जान चुकी है. ऐसे में थोड़ी सी नैतिकिता इनमें बची है तो स्वयं को आगे आकर त्याग पत्र दे देना चाहिए.

वहीं सांसद बेनीवाल को जान से मारने की सोशल मीडिया पर मिल रही धमकी से जुड़े प्रकरण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य में अपराध चरम पर है. ऐसे में शासन के फैलियर व कानून का इकबाल खत्म होने से अपराधियों के हौसले दहशतगर्दों की तरह इतने बुलंद हो गए की वो सार्वजनिक रुप से जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि को धमकियां देने लगे है.

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सांसद बेनीवाल ने आगे कहा कि उन पर पूर्व में भी जानलेवा हमला हुआ और सोशल मीडिया के माध्यम से धमकियां मिली लेकिन वो इस तरह के आपराधिक्त तत्वों के खिलाफ हमेशा आवाज उठाते रहेंगे. सांसद बेनीवाल ने बताया कि इस मामले को लेकर उनकी पार्टी की तरफ से जयपुर के चित्रकूट थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है. वहीं रविवार शाम को 8 बजे बाद बेनीवाल समर्थकों ने बेनीवाल को मिली धमकी के बाद उनकी उच्च स्तरीय सुरक्षा की मांग को लेकर ट्विटर पर डिजिटल अभियान भी चलाया जो की देश के टॉप ट्रेंड में छाया रहा.

गौरलतब है कि सांसद बेनीवाल बेबाक रूप से हमेशा अपराध जगत से जुड़े लोगों व अपराध के खिलाफ विभिन्न मंचो पर आवाज उठाते रहते है.

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