Politalks.News/Farmers-Protest/Sachin-Pilot. नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर चल रहा किसानों का आंदोलन आज 9वें दिन भी जारी है. कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधिमंडल की कल हुई बैठक भी बेनतीजा रही. लगभग आठ घंटे चली इस बैठक में किसान नेता नए कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग पर अड़े रहे. अब किसान और सरकार के बीच कल यानि 5 दिसंबर को पांचवें दौर की बातचीत होगी.
इधर केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसानों के देशव्यापी आंदोलन पर राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजस्थान के पूर्व यह मुद्दा देश के किसानों का है. पायलट ने कहा कि हिन्दुस्तान भर के किसान आज सड़कों पर आकर आंदोलन कर रहे हैं और इसकी मुख्य वजह है कि संसद में बहुमत के आधार पर बिना किसी से चर्चा किए केंद्र की बीजेपी सरकार द्वारा किसान विरोधी तीन नए कृषि कानून बनाए गए.
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पूर्व उप-मुख्यमंत्री पायलट ने कहा कि यदि कानून बनाते समय बीजेपी सरकार राज्य सरकारों, किसानों संगठनों आदि से चर्चा करके ये कानून बनाती तो आज यह हालात उत्पन्न नहीं होते. राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि कोरोना (Corona) काल में जहां देश की अर्थव्यवस्था चरमरा रही हैं, किसान कोरोना की मार झेल रहा हैं, ऐसे में सरकार द्वारा इस प्रकार के किसान विरोधी कानून लाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
सचिन पायलट ने कहा कि तीनों नए कृषि कानूनों से धीरे-धीरे व्यापार मंडी के बाहर फैलेगा, थोड़े समय में मंडियां समाप्त हो जाएंगी और किसान धीरे-धीरे पूंजीपतियों को अपनी उपज बेचने पर मजबूर हो जाएगा. आपको बता दें, हाल ही में कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पिछले काफी दिनों से सचिन पायलट ने अपने आपको होम आइसोलेट कर रखा था. लेकिन इस दौरान भी पायलट सोशल मीडिया के माध्यम से देश-प्रदेश के प्रमुख मुद्दों पर लगातार सक्रिय बने रहे. अब सचिन पायलट की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है और वो पूरी तरह स्वस्थ्य हैं. एकदम ने लुक के साथ गुरुवार को बहुत दिनों बाद सचिन पायलट मीडिया के सामने आए.