Politalks.News/Rajasthan. राजधानी में भारी बारिश के बीच विधानसभा का सत्र शुरू हुआ. विधानसभा में शुक्रवार को शोकाव्यक्ति के बाद सदन की कार्यवाही एक बजे तक स्थगित कर दी गई. 2 घण्टे बाद विधानसभा की कार्यवाही दोपहर 1 बजे फिर शुरू हुई. सदन में संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने सदन में विश्वास मत प्रस्ताव रखा, जिस पर बहस जारी है. इस दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट कि, ‘आज जब मैं सदन में आया तो देखा कि मेरी सीट पीछे रखी गई है, मैं आखिरी कतार में बैठा हूं. मैं बता देना चाहता हूं कि मैं राजस्थान से आता हूं, जो कि पाकिस्तान बॉर्डर पर है और बॉर्डर पर सबसे मजबूत सिपाही को ही तैनात किया जाता है. मैं जब तक यहां बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है.’
विधानसभा में अपनी नई सीट पर बैठे सचिन पायलट ने कहा कि सारी बात खतम कर आज सदन में प्रवेश किया है तो इस सरहद पर कितनी भी गोलाबारी हो, हम सब लोग और मैं कवच और ढाल, गदा और भाला बनकर यहां पर सरकार को सुरक्षित रखूंगा.
इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि केंद्र के इशारे पर गोवा, एमपी सहित कई सरकारों को गिराया गया. लेकिन राजस्थान में न तो किसी शाह की चली, न तानाशाह की. इस पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने सदन में केंद्रीय मंत्री अमित शाह का नाम लेने पर गहरी आपत्ति जताई. धारीवाल ने कहा कि भाजपा खरीद-फरोख्त का धंधा करती है. अंबानी और अडानी का खेल इसमें शामिल है. धारीवाल ने आरोप लगाया कि उदयपुर में अंबानी को करोड़ों की जमीन कम पैसों में दी गई. राजस्थान में सरकार गिराने के लिए 500 करोड़ का खेल किया गया. इस पर भाजपा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने बीच में हस्तक्षेप किया कि ये फालतू की बात है.
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धारीवाल ने कहा कि भाजपा की तिकड़ी सीएम बनने का सपना देख रही है. विद्यायकों को खरीदने का प्रयास किया गया. भाजपा के छोटा और मोटा भाइयों ने विधायकों की मिनिमम प्राइज तय कर दी. धारीवाल ने कहा कि ये वो लोग हैं जो रात में महाराष्ट्र में सरकार बनाते हैं. धारीवाल ने आगे कहा कि गहलोत सरकार ने सबके मुंह पर तमाचा मारा है. जब भाजपा सभी जगह सरकारें गिराकर राजस्थान पहुंची तो वीर सपूतों ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में छठी का दूध याद दिला दिया. भाजपा ये कहती है कि कांग्रेस ने विधायकों की बाड़ेबंदी की. अगर ये बाड़ेबंदी है तो आपने क्या गुजराव विधायक रासलीला रचाने के लिए भेजे थे.
वहीं सदन में भाजपा ने सुर बदलते हुए कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी. बता दें, सदन में बैठक व्यवस्था बदली गई है. उप मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट अब अशोक गहलोत के बगल वाली सीट पर नहीं बल्कि पांचवी लाइन में 127 नम्बर की सीट पर बैठाया गया है. सचिन पायलट के साथ ही पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा की सीट भी बदल दी गई है.



























