कांग्रेस आलाकमान ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमंत्रण को बीते दिन कर दिया है अस्वीकार, अब 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे नहीं होंगे शामिल, इस मामले पर सचिन पायलट ने दी अपनी प्रतिक्रिया, आज छत्तीसगढ़ के रायपुर में पत्रकारों से रूबरू होते हुए पायलट ने कहा- रामलाल प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी का आ गया है एक स्पष्ट बयान, मैं हमेशा इस बात को कहता आया हूं, राजनीति और धर्म को रखना चाहिए अलग-अलग, यह बात भी सही है की धर्म की आड़ में अगर हो रही है राजनीति, तो इसको कोई नहीं करेगा स्वीकार, हम चर्चा करना चाहते हैं मुद्दों पर, विकास, आर्थिक, उद्योग, निवेश, चिकित्सा, शिक्षा, रोजगार इस पर चर्चा करना, लेकिन भाजपा नहीं है तैयार, भावनात्मक मुद्दों की आड़ में राजनीतिक वोट लेना, यह रही है भाजपा की परंपरा, मंदिर में जाने का जहां तक है सवाल, यह है आस्था का विषय, कोई कभी भी जा सकता है, मुझे कब तिरुपति, वैष्णो देवी या अयोध्या जाना है, यह है मेरे मन की बात, जब मेरा मन करेगा तब मैं जाऊंगा, लेकिन इस प्रकार से जो राजनीति हो रही है उसको कांग्रेस ने माना है गलत