s. jaishankar biography in hindi
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S. Jaishankar Latest News – मोदी सरकार में एक मंत्री ऐसे भी है जो 24 वर्ष में आईएफएस अधिकारी बन गए थे. 2013 में वह अमेरिका में राजदूत बने तो बाद में लम्बे समय तक चीन में भारत के राजदूत का पदभार संभाला. उस प्रतिभावान अधिकारी को अपने रिटायरमेंट के ठीक 72 घंटे पहले ही अचानक से विदेश सचिव बना दिया गया.

हम बात कर रहे है ब्यूरोक्रेट से नेता व केंद्र की मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने वाले एस जयशंकर की. एस जयशंकर मोदी सरकार में विदेश मंत्री है. आज जयशंकर किसी परिचय के मोहताज नहीं है. वे अपने दमदार काम से जाने जाते है. देश की जनता उन्हें बहुत सम्मान की दृष्टि से देखती है और उनपर पूरा विश्वास करती है.

इस लेख में हम आपको विदेश मंत्री श्री एस जयशंकर की जीवनी (S. Jaishankar Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

एस जयशंकर की जीवनी (S. Jaishankar Biography in Hindi)

पूरा नाम सुब्रह्मण्यम जयशंकर
उम्र 68 साल (2023)
जन्म तारीख 9 जनवरी 1955
जन्म स्थान नई दिल्ली
शिक्षा एमए, एमफिल और  पीएचडी
कॉलेज जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
वर्तमान पद विदेश मंत्री
व्यवसाय राजनेता और पूर्व सिविल सेवक
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम स्वर्गीय श्री कृष्णस्वामी सुब्रह्मण्यम
माता का नाम श्रीमती सुलोचना सुब्रह्मण्यम
पत्नी का नाम क्योको सोमेकावा जयशंकर
बच्चे दो बेटें और एक बेटी
बेटे का नाम ध्रुव और अर्जुन
बेटी का नाम मेधा
स्थाई पता बंगला नंबर 9, 23 पृथ्वीराज रोड, नई दिल्ली
वर्तमान पता ई ब्लॉक, केंद्रीय सचिवालय, नई दिल्ली, दिल्ली
फोन नंबर 011 -23011127, 23011165
ईमेल s.jaishankar@sansad.nic.in

एस जयशंकर का जन्म और परिवार (S. Jaishankar Birth & Family)

एस जयशंकर का जन्म 9 जनवरी, 1955 को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुआ था. एस जयशंकर का पूरा नाम सुब्रह्मण्यम जयशंकर है. एस जयशंकर मूल रूप से तमिल परिवार से आते है. लेकिन इसके बाद भी वह अच्छी हिंदी बोल लेते है. इसके पीछे एक प्रमुख कारण यह रहा है कि उनका बचपन दिल्ली में बिता. लेकिन एस जयशंकर केवल हिंदी और अंग्रेजी ही नहीं जानते है बल्कि वह तमिल, रूसी, जापानी भाषा भी जानते है. उनके पिता का नाम के सुब्रमण्यम है और माता का नाम सुलोचना स्वामी है.

विदेश मंत्री एस जयशंकर के पिता एक कृष्णास्वामी सुब्रमण्यम आईएसएस अधिकारी थे. उनके पिता भारत के सबसे प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीतिकारों में से एक थे. उन्होंने कारगिल युद्ध के बाद समीक्षा सहित कई भारतीय सरकारी समितियों व जाँच आयोगों का नेतृत्व किया था. जयशंकर के पिता के सुब्रमण्यम ने 1999 में पद्म भूषण लेने से मना कर दिया था. उनका कहना था कि नौकरशाहों और पत्रकारों को सरकारी पुरस्कार नहीं लेना चाहिए. सुब्रमण्यम को 1998 ने अटल बिहारी बाजपेयी सरकार के समय में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् सलाहकार बोर्ड का संयोजक नियुक्त किया गया था. उसी बोर्ड ने परमाणु सिद्धांत का ड्राफ्ट तैयार किया था जिसका सबसे महत्पूर्ण बिंदु – ‘नो फर्स्ट यूज’ थी. विदेशमंत्री जयशंकर के पिता के सुब्रमण्यम की मृत्यु  2 फरवरी, 2011 में हो गई थी.

जयशंकर के तीन बच्चे है, दो बेटे और एक बेटी. बेटे का नाम ध्रुव जयशंकर और अर्जुन जयशंकर है जबकि बेटी का नाम मेघा जयशंकर है.

एस जयशंकर के दो भाई है. संजय सब्रह्मण्यम और एस विजय कुमार . संजय सुब्रमण्यम इतिहासकार है, जबकि एस विजय कुमार भारत के पूर्व ग्रामीण विकास सचिव है. माँ सुलोचना स्वामी संगीत में पी एच डी है.

श्री जयशंकर की पत्नी मूल रूप से जापानी है उनका नाम क्योको है. उनकी पहली पत्नी का नाम शोभा था, जिनकी मृत्यु के बाद जयशंकर ने जापानी मूल की स्त्री क्योको से विवाह किया. बताया जाता है उनकी दूसरी पत्नी क्योको का जन्म 9 जनवरी, 1962 को टोक्यो में हुआ था वह धनी घर से थी. उनकी पहली पत्नी शोभा की मृत्यु कैंसर से हो गई थी .

एस जयशंकर का बड़ा बेटा ध्रुव अमेरिका में एक थिंक टैंक के साथ काम करता है जबकि उसने एक अमेरिकन लड़की कसांड्रा से विवाह किया है. बेटी मेघा अमेरिका के एक शहर लॉस एंजिलिस में फिल्म इंडस्ट्री में काम करती है. एस जयशंकर हिन्दू है. वह जाति से ब्राह्मण है.

एस जयशंकर की शिक्षा (S. Jaishankar Education)

एस जयशंकर की प्रारम्भिक शिक्षा एयर फ़ोर्स सेन्ट्रल स्कूल, नयी दिल्ली से हुई. बाद में उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज, नई दिल्ली से बीए किया. उसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से इंटरनेशनल रिलेशनशिप में 1977 में एमफिल और फिर 1981 में पीएचडी की. बाद में वे सिविल सेवा में आ गए.

एस जयशंकर का शुरूआती जीवन (S. Jaishankar Early Life)

जैसा कि प्रायः देखने को मिलता है कि आज के कई दिग्गज नेता अपनी राजनीति छात्र राजनीति करके चमकाए होते है और वे उन्ही दिनों किसी राजनैतिक पार्टी का हिस्सा बने होते है मगर ठीक इसके विपरीत एस जयशंकर का छात्र जीवन कहे या फिर प्रारंभिक जीवन कहे, किसी प्रकार की राजनीति करने में नहीं गुजरा है. वह किसी प्रकार की छात्र राजनीति या फिर आंदोलन आदि से दूर रही है. उनका जीवन एक पढ़ाकू विद्यार्थी के रूप में बिता. अब यही कारण है वे मात्र 24 वर्ष की आयु में भारतीय विदेश सेवा जॉइन कर ली.

एस जयशंकर अपने जीवन काल में कई देशो में भारत के राजदूत रह चुके है, जिसमे अमरीका, रूस और चीन प्रमुख है. उनके दमदार काम को देखते हुए ही प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें अपने मंत्री में शामिल करके उन्हें एक ब्यूरोक्रेट से राजनेता बना दिया. एस जयशंकर को विदेशी मामले में बहुत समझ व अनुभव है, क्योकि उन्होने अपनी सेवा विदेश मंत्रालय में ही दी है.

एस जयशंकर का राजनीतिक करियर (S. Jaishankar Political Career)

एस जयशंकर अपने आरम्भिक करियर में विदेश मंत्रालय में अधिकारी रह चुके है मगर वे प्रत्यक्ष राजनीति में कभी नहीं थे. मोदी सरकार ने वर्ष मई, 2019 में अपने द्वितीय पारी में एस जयशंकर की अच्छी सेवा को देखते हुए अपने मंत्रालय में शामिल कर लिया. यही से एस जयशंकर की राजनीतिक यात्रा का आरम्भ हुआ और वो देश के 17वें लोकसभा में विदेश मंत्री के पद पर आसीन हुए. बाद में उन्हें 5 जुलाई, 2019 को भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर गुजरात से राज्यसभा के लिए सांसद चुन लिया गया.

भारत में यह पहली बार हुआ जब एक विदेश सचिव को अपने अच्छे कार्यो के कारण देश के सबसे सुप्रीम पद कहे जाने वाले विदेश मंत्री बना दिया गया. एक प्रमुख तथ्य यह है कि एस जयशंकर लम्बे समय से भारत के राजदूत के रूप में काम कर चुके है. मगर 2014 में जैसे ही केंद्र में बीजेपी की मोदी सरकार आयी वैसे ही जयशंकर को भारत के सचिव के पद पर नियुक्त कर दिया गया. बताया जाता है कि श्री एस जयशंकर का भी सपना था कि उन्हें सचिव का पद मिले. उन्होंने अपनी सर्विस का अंतिम पांच वर्ष सचिव के तौर पर काम करके बिताया. वें वर्ष 2019 में अपने पद से रिटायर्ट हो गए थे. उसी के बाद उन्हें विदेश मंत्री का पदभार सँभालने की जिम्मेदारी दी गई. वर्तमान में एस जयशंकर मोदी सरकार में विदेश मंत्री है.

  • जनवरी, 2015 – जनवरी, 2018 – विदेश सचिव के पद पर आसीन
  • 2019 – अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए भारत के राष्ट्रपति की ओर से पद्मश्री से सम्मानित
  • 30 मई, 2019 –  मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री का शपथ ली, जिसमे उन्हें विदेश मंत्री बनाया गया

एस जयशंकर की संपत्ति (S. Jaishankar Net Worth)

  • खेती वाली जमीन – 25,00,000 लाख रूपये
  • गैर-खेती वाली जमीन – NIL
  • कमर्शियल बिल्डिंग – NIL
  • आवासीय भवन – 60,00,000 लाख रूपये
  • बैंक डिपॉजिट एवं अन्य जमा –9,03,89,264 (करोड़) रूपये
  • कैश – 1,70,000 लाख रूपये
  • बांड्स एवं शेयर – 36,243 हजार रूपये
  • ज्वेलरी – 42,47,271 लाख रूपये
  • वाहन – 17,63,000 लाख रूपये
  • अन्य सम्पत्ति – NIL
  • कुल संपत्ति – 15,82,54,942 (करोड़) रूपये

Note – संपत्ति की जानकारी उनके द्वारा दी गई चुनाव के समय की है.

इस लेख में हमने देश की रेल मंत्री एस जयशंकर की जीवनी (S. Jaishankar Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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