सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 में धांधली के चलते भर्ती परीक्षा को रद्द करने और आरपीएससी पुनर्गठन की मांग को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की अगुवाई में जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर चल रहे धरना प्रदर्शन को 50 से अधिक दिन हो चुके हैं. बुधवार को एक बार फिर सांसद हनुमान बेनीवाल ने हुंकार भरते हुए कहा कि 50 दिन से चल रहे युवाओं के आंदोलन ने प्रदेश की भजनलाल सरकार की संवेदनहीनता की पोल खोलकर रख दी है. अब यह लड़ाई आर-पार की है. सांसद बेनीवाल ने सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सरकार से आरएएस मुख्य परीक्षा और व्याख्याता परीक्षा की तिथि को स्थगित करके आगे बढ़ाने की मांग भी की है. सांसद ने कहा कि सरकार को गंभीरता से विचार करते हुए इन दोनों परीक्षाओं की तिथि आगे बढ़ानी चाहिए.
एसआई भर्ती 2021 को रद्द कराने एवं RPSC के पुनर्गठन सहित युवाओं से जुड़े अन्य मुद्दों को लेकर जारी आंदोलन के बीच अपने जोशीले संबोधन में सांसद बेनीवाल ने दो टूक में कहा, ‘मैंने 24 अप्रैल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही स्पष्ट कर दिया था कि यह आर-पार की लड़ाई है और आज भी उसी बात पर कायम हूं. यह लड़ाई अब सिर्फ SI भर्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रदेश के युवाओं की इज्जत, मेहनत और भविष्य की लड़ाई बन चुकी है. भजनलाल सरकार को यह भर्ती रद्द करनी ही होगी.’
शहीद स्मारक पर चलने वाला सबसे लंबा आंदोलन
आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि हनुमान बेनीवाल ने कहा कि 50 दिनों से चल रहा यह धरना अब शहीद स्मारक पर सबसे लंबे समय तक चलने वाले आंदोलनों में शामिल हो गया है. यह कोई उपलब्धि नहीं है, बल्कि इस बात का प्रमाण है कि भजनलाल सरकार कितनी संवेदनहीन और जिद्दी हो चुकी है. सरकार युवाओं के भविष्य को कुचलने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.
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सांसद ने कहा कि आज से लगभग 50 दिन पहले जब यह आंदोलन शुरू किया था, तब सोचा था कि सरकार युवाओं की बात सुनेगी और मांगे जल्दी मान लेगी, लेकिन सरकार की चुप्पी ने यह साबित कर दिया है कि उसे युवाओं के भविष्य की कोई चिंता नहीं है. हम पहले दिन से जानते थे कि यह लड़ाई लंबी चलेगी और हम इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं.
पीएम से मिलेंगे सांसद बेनीवाल
नागौर सांसद ने आगे कहा कि इस संबंध में हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए समय मांगा है. हमें विश्वास है कि जल्द ही प्रतिनिधिमंडल को समय मिलेगा और इस गंभीर विषय पर कोई ठोस निर्णय होगा. गौरतलब है कि युवाओं की लड़ाई लड़ते हुए हनुमान बेनीवाल ने शहीद स्मारक पर अगुवाई करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू किया है. इस संबंध में उच्चाधिकारियों से कई दफा वार्ता भी हुई लेकिन कोई बीच का रास्ता नहीं निकला. बेनीवाल एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. अब देखना होगा कि सरकार कब तक धरना स्थल पर बैठे प्रदेश के युवाओं की बात को अनदेखा करती है.