Thursday, January 16, 2025
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राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी दलों के नेताओं को लौटाया बैरंग

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श्रीनगर पहुंचे कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और लगभग 8 अन्य विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं को श्रीनगर एयरपोर्ट से ही बैरंग लौटा दिया गया. राहुल गांधी के साथ विपक्षी दलों के नेताओं का ये डेलिगेशन शनिवार को कश्मीर का दौरा करने और अनुच्छेद 370 के प्रमुख प्रावधानों को हटाए जाने के बाद वहां की स्थिति का जायजा लेनेे श्रीनगर पहुंचे था. कांग्रेस नेता राहुल गांधी कई विपक्षी नेताओं के साथ शनिवार को जैसे ही श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचे, प्रशासन ने सभी को श्रीनगर हवाई अड्डेे (Srinagar Airport) पर ही रोक लिया. 8 दलों के लगभग 11 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर निकलने और किसी से भी मिलने की इजाजत नहीं दी गई. सभी नेताओं को श्रीनगर एयरपोर्ट से ही वापस दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया.

बता दें, कि शनिवार को दोपहर को दोपहर के समय राहुल गांधी अन्य विपक्षी नेताओं संग जैसे ही श्रीनगर हवाई अड्डेे पर पहुंचे, हवाई अड्डेे पर भारी हंगामा शुरू हो गया है, नेताओं को बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई. हालांकि जम्मू-कश्मीर सरकार ने शुक्रवार रात बयान जारी कर राजनेताओं से घाटी की यात्रा नहीं करने की अपील करते हुए कहा था कि इससे शांति और आम जनजीवन बहाल करने में बाधा पहुंचेगी.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के दौरे पर जाने वाले डेलिगेशन में गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, सीपीएम के सीताराम येचुरी, डीएमके के तिरुचि सिवा, टीएमसी के दिनेश त्रिवेदी, सीपीआई के डी राजा, एनसीपी के मजीद मेनन, आरजेडी के मनोज झा, जेडीएस के कुपेंद्र रेड्डी और शरद यादव शामिल थे. गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी को कश्मीर आने का न्योता दिया था. इनमें से गुलाम नबी को छोड़ बाकी सभी नेता अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर का दौरा करने श्रीनगर पहुंचे थे. गुलाम नबी आजाद को इससे पहले भी दो बार श्रीनगर एयरपोर्ट से ही वापस लौटाया जा चुका है.

इससे पहले श्रीनगर के लिए रवाना होने से पूर्व गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘एक तरफ सरकार कहती है कि स्थिति सामान्य है और दूसरी तरफ वह किसी को वहां जाने की इजाजत नहीं देती. इस तरह का विरोधाभास पहले कभी नहीं देखा. अगर स्थिति सामान्य है तो नेताओं को घर में नजरबंद क्यों किया गया है?

जम्मू-कश्मीर का आज दौरा करने जाने वाले डेलीगेशन के सदस्य और एनसीपी नेता माजिद मेमन ने श्रीनगर रवाना होने से पहले कहा, ‘हमारा मकसद अशांति फैलाना नहीं है. हम सरकार के विरोध में नहीं जा रहे हैं, हम सरकार के समर्थन में जा रहे हैं. जिससे हम उन्हें सुझाव दे सकें कि वहां और क्या किया जा सकता है.’

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