राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक बार फिर आई सियासी संकट की याद, सियासी संकट के समय विधायकों की खरीद फरोख्त का एक बार फिर सीएम गहलोत ने भरे मंच से किया जिक्र, बांसवाड़ा में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा- कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया जो मांगेगी उसे मैं मना कर नहीं सकता, ये है आदिवासी महिला, अगर यह महिला नहीं होती तो मैं आज यहां मुख्यमंत्री के रूप में खड़ा नहीं मिलता, इस महिला ने सियासी संकट के समय हमारी की बहुत मदद, जिस प्रकार से हमारी सरकार मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में चली गई, इस महिला ने किया बहुत हिम्मत का काम, एक पैसा नहीं किया स्वीकार, इनके पास लोग पैसा लेके आ गए बांसवाड़ा तक, गाड़ी की डिग्गी में पैसा रखा रहा, इन्होंने कहा मैं एक पैसा को नहीं लगाउंगी हाथ जाइये आप, इतनी बड़ी बहादुरी का इन्होंने किया काम, मैं कैसे भूल सकता हूं रमिला की इस बात को, सीएम गहलोत के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में चर्चा की आखिर आज फिर क्यों सीएम गहलोत ने फिर से की विधायकों के खरीद फरोख्त की बात, क्या अब भी सीएम गहलोत व पायलट के बीच चला आ रहा सियासी घमासान नहीं हुआ है सामान्य, बीते दिन सचिन पायलट ने दौसा में सभा को संबोधित करते हुए साकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने की एक बार फिर की थी कोशिश, पायलट ने यह भी कहा था कि अपने द्वारा उठाये गए मुद्दे पर पीछे नहीं हटूंगा