धरियावद में राजनीति के जादूगर की ‘सियासी संवेदना’ पर राठौड़ का तंज- वाह क्या गजब टाइमिंग है!

धरियावद में सीएम की 'सियासी गुगली' से भाजपा सन्न! भाजपा के दिवंगत विधायक को श्रद्धांजलि देते ही BJP नेताओं के निशाने पर मुख्यमंत्री, स्व. गौतम मीणा को 'श्रद्धांजलि' पर गरमाई सियासत, चुनाव प्रचार के दौरान श्रद्धांजलि देने पर उठाये सवाल, जबकि चुनावी जानकार इसे बता रहे 'मास्टरस्ट्रोक'!

धरियावद में जादूगर की 'सियासी गुगली'
धरियावद में जादूगर की 'सियासी गुगली'

Politalks.News/Rajasthan. धरियावद उपचुनाव के घमासान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ‘सियासी गुगली’ ने भाजपा नेताओं की नींद उड़ा दी है. दरअसल मुख्यमंत्री गहलोत आज धरियावद में प्रचार अभियान के दौरान दिवंगत भाजपा विधायक स्वर्गीय गौतम लाल मीणा के निवास पहुंचे और उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने दिवंगत विधायक के परिवारजनों से मिलकर उन्हें ढांढस भी बंधाया. सीएम गहलोत अपने इस मूव के बाद भाजपा के दिग्गजों के निशाने पर आ गए. दिग्गज राजेन्द्र राठौड़ ने टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए तंज कसे हैं तो सियासी गलियारों में चर्चा है कि सीएम गहलोत का गौतम मीणा के घर जाना धरियावद में कांग्रेस के लिए ‘मास्टर स्ट्रोक’ साबित हो सकता है. क्योंकि दिवंगत गौतम लाल मीणा के बेटे कन्हैया उनके सियासी उत्तराधिकारी बनने की मांग कर रहे थे लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया और प्रदेश मंत्री बना दिया. सियासी जानकारों का कहना है कि राजनीति में भीतरघात ही चुनावों में हार जीत का कारण होता है!

राठौड़ का तंज- मुख्यमंत्री द्वारा राजनीतिक संवेदनाएं देने के लिए धन्यवाद
भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री के चुनाव प्रचार के दौरान दिवंगत विधायक को श्रद्धांजलि देने पहुंचने पर सवाल खड़े किए. विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और दिग्गज नेता राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री की ओर से दिवंगत विधायक को दी गई श्रद्धांजलि को ‘राजनीतिक संवेदना’ करार दिया. राजेन्द्र राठौड़ ने तंज कसते हुए कहा कि,‘जिस चौखट पर कभी आने का मन नहीं किया, वहां अब दस्तक देने आए हैं. सीएम गहलोत धरियावद के दिवंगत विधायक स्व. गौतम लाल के निवास पर आज उनकी मृत्यु के 6 माह बाद और उपचुनाव प्रचार थमने के एक दिन पहले पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री द्वारा राजनीतिक संवेदनाएं देने के लिए धन्यवाद. वाह क्या गजब की टाइमिंग है?.

सीएम गहलोत बोले- कन्हैया को टिकट देते तो भी जाता संवेदना जताने
दिवंगत विधायक गौतम लाल मीणा को श्रद्धांजलि देने पर भाजपा नेताओं द्वारा उठाये गए सवाल का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ ही देर बाद ही एक चुनावी सभा के दौरान ही जवाब दे दिया. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि देने की सदियों से परंपरा रही है. लेकिन भाजपा को इसपर भी राजनीति दिखाई देती है, जो सही नहीं है’. पलटवार करते हुए सीएम गहलोत कहा कि, ‘यदि भाजपा को दिवंगत विधायक से इतनी ही हमदर्दी थी तो उन्होंने उनके पुत्र को इस उप चुनाव के लिए टिकट क्यों नहीं दिया? गौतम भाई की याद इनको पहले नहीं आई’. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मैं वहां कोई वोटिंग मशीन तो लेकर गया नहीं था जो भाजपा वाले बौखला रहे हैं’. सीएम ने यह भी कहा कि, ‘भाजपा अगर गौतम भाई के बेटे कन्हैया को टिकट भी देती तो भी मैं तो संवेदना प्रकट करने के लिए लिए उनके घर जाता’.

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धरियावद का सियासी घमासान
आपको बता दें कि धरियावद में दिवंगत विधायक गौतम लाल मीणा के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है. गौतम लाल मीणा के बेटे कन्हैया भाजपा से टिकट मांग रहे थे. लेकिन भाजपा ने परिवारवाद का हवाला देकर उनको टिकट नहीं दिया था. इस पर कन्हैया ने बागी तेवर अपनाते हुए निर्दलीय उतरने की तैयारी कर ली थी. आनन-फानन में भाजपा के रणनीतिकारों ने भाजपा के दिग्गज राजेन्द्र राठौड़ को कन्हैया को पर्चा वापस लेने को मनाने का टास्क दिया. राठौड़ ने अपने कौशल से कन्हैया को मनाया, साथ ही उन्हें भाजपा संगठन में प्रदेश मंत्री भी बनवा दिया. भाजपा ने यहां खेत सिंह मीणा को मैदान में उतारा है. सियासी जानकारों का कहना है कि भाजपा को अब भी वहां भीतरघात की आशंका बनी हुई थी और अब सीएम गहलोत के यहां संवेदना प्रकट करने जाने से भाजपा के रणनीतिकारों के कान खडे़ हो गए हैं .

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