जब से बीजेपी लोकसभा में भारी बहुमत से जीतकर आयी है, उनके मंत्री और विधायकों के बड़बोल और विवादित बयानों पर लगाम नहीं लग रहे. राज्य सरकार के मंत्री हो या फिर केंद्रीय मंत्री, अपने-अपने बयानों से चर्चा में बने रहने की कोशिश करते हैं. इस समय भाजपा दलबदल को लेकर लगातार विपक्ष के निशाने पर है. ऐसे समय में मोदी सरकार में केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के राज्य मंत्री राव साहेब दानवे पाटिल (Raosaheb Danve Patil) ने एक विवादित बयान (controversial statement) दिया है जिसके चलते वे सुर्खियों में बने हुए हैं. उन्होंने ये बयान महाराष्ट्र के जालना में आयोजित महाजनादेश यात्रा सभा को संबोधित करने के दौरान दिया.
अपने बयान में उन्होंने बीजेपी को वॉशिंग मशीन बताया जिसमें अन्य पार्टियों के कचरे को गुजरात के निरमा वॉशिंग पाउडर (Nirma Washing Powder) में धोकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल किया जाता है. राव साहेब दानवे ने कहा, ‘यह भारतीय जनता पार्टी है. हमारे पास वॉशिंग मशीन है. दूसरी पार्टी के कचरे को पार्टी में लेने से पहले वॉशिंग मशीन में डालकर साफ करते हैं. उसके बाद अपनी पार्टी में लेते हैं.’ इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री (Union Minister) पाटिल ने ये भी कहा कि बीजेपी के पास गुजरात का निरमा वॉशिंग पाउडर है जिससे वे कचरे को साफ करते हैं.
पाटिल का ये बयान अन्य पार्टियों से बीजेपी ज्वॉइन करने वाले कई नेताओं पर एक तरह का तंज है. हालांकि उनके इस बयान पर किसी भी नेता ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन जिस अंदाज में उन्होंने ये बयान दिया है, उससे उनका मतलब साफ तौर पर निकाला जा सकता है. अब विपक्ष उनके बयान को किसी ओर ही दिशा में ले जाने की कोशिश में है. दरअसल विपक्ष का मानना है कि बीजेपी किसी अन्य दल के नेता को जब अपनी पार्टी में शामिल करती है तो उसके सारे अपराधिक दाग धो देती है. ऐसे में विपक्ष को बैठे बिठाए भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक मुद्दा मिल गया है.
बता दें, राव साहेब दानवे पाटिल का ऐसा बयान देना या इस तरह की बयानबाजी कोई नयी बात नहीं है. इससे पहले लोकसभा चुनावों में उन्होंने कार्यकर्ता के एक सवाल पर भड़कते हुए कहा था, ‘राज्य सरकार तो दाल खरीद रही है. तुम अखबार ज्यादा पढ़ते हो. अरहर, कपास, दलहन का रोना तुम लोग अब बंद करो.’ कथित तौर पर यहां उन्होंने अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया था. वहीं किसानों की आत्महत्या को लेकर भी विवादित बयान के चलते पाटिल चर्चा में रहे थे.
गौरतलब है कि राव साहेब दानवे पाटिल केंद्र सरकार में मंत्री बनने से पहले भारतीय जनता पार्टी के महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष थे. बीजेपी के एक व्यक्ति एक पद पॉलिसी के चलते उन्होंने मंत्री बनने के बाद प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. फिलहाल वे केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के राज्य मंत्री (Union Minister of State for Consumer Affairs) का पदभार निभा रहे हैं.