खड़ी होने से पहले खत्म हुई ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ पार्टी, रजनीकांत बोले- राजनीति में नहीं आऊंगा कभी

रजनीकांत ने अपनी पार्टी रजनी मक्कल मंद्रम साल 2018 में की थी 'लॉन्च' की, 'रजनी मक्कल मंद्रम' के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद बोले रजनीकांत- भविष्य में राजनीति में आने की मेरी कोई योजना नहीं है. मैं राजनीति में कदम नहीं रखने वाला हूं

रजनीकांत बोले- राजनीति में नहीं आऊंगा कभी
रजनीकांत बोले- राजनीति में नहीं आऊंगा कभी

Politalks.News/Tamilnadu. आज साउथ फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत के फैंस को उस समय बड़ा झटका लगा जब उन्होंने स्पष्ट रूप से मना कर दिया कि वह ‘राजनीति के मैदान‘ में कभी नहीं आएंगे. बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले ही अभिनेता रजनीकांत ने अपनी पार्टी को दोबारा खड़ा करने के संकेत दिए थे तब से कयास लगाए जा रहे थे कि रजनीकांत राजनीति में वापसी कर सकते हैं. ‌सोमवार को अपनी ‘रजनी मक्कल मंद्रम‘ पार्टी को खत्म करते हुए रजनीकांत ने कहा कि भविष्य में राजनीति में आने की मेरी कोई योजना नहीं है. मैं राजनीति में कदम नहीं रखने वाला हूं. रजनीकांत ने ये फैसला ‘रजनी मक्कल मंद्रम’ के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद लिया है. रजनीकांत ने इससे पहले अपने प्रशंसकों के साथ भी बैठक की है.

बता दें कि रजनीकांत ने पिछले वर्ष दिसंबर 2020 को एलान किया था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे. लेकिन हाल में उन्होंने कहा था कि वह राजनीति में आने के बारे में फिर से चर्चा करेंगे उसकेेे बाद तमिलनाडु की ‘राजनीति में हलचल‘ होने लगी थी. वहीं अब रजनीकांत ने सभी कयासों पर पूर्ण विराम लगाते हुए भविष्य में कभी राजनीति में न आने की बात कही है. आपको बता दें, रजनीकांत हाल ही में अमेरिका से अपना स्वास्थ्य चेकअप करा कर लौटे हैं. रजनीकांत के फैंस उन्हें रिसीव करने चेन्नई एयरपोर्ट पर भी गए थे, जहां जोरदार नारों के साथ उनका स्वागत किया गया था. प्रशंसकों को जब उम्मीद थी कि उनके चहेते अभिनेता दोबारा राजनीति में कदम रखेंगे.

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बता दें कि अभिनेता रजनीकांत ने अपनी पार्टी रजनी मक्कल मंद्रम साल 2018 में ‘लॉन्च‘ की थी. तभी से उनके प्रशंसक रजनीकांत को राजनीति में लाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए थे. लेकिन पिछले साल फिल्म अभिनेता की अचानक सेहत बिगड़ने पर उन्हें हैदराबाद के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इसके बाद स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए रजनीकांत ने राजनीति में न जाने का एलान कर दिया था. इसी साल अप्रैल महीने में हुए तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने दूरी बना ली थी. पिछले दिनों उन्हें उन्होंने राजनीति में लौटने के कुछ संकेत जरूर दिए थे लेकिन आज पूरी तरह से विराम लगा दिया है. जबकि तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में उनके मित्र और दिग्गज फिल्म अभिनेता कमल हासन ने हाथ आजमाए थे. लेकिन उनकी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई थी और इसके साथ ही कमल हासन खुद भी चुनाव हार गए. आइए सुपरस्टार रजनीकांत की जिंदगी के बारे में कुछ जान लिया जाए.

रजनीकांत को तमिल फिल्मों का ‘सुपरस्टार‘ कहा जाता है. उनकी दीवानगी प्रशंसकों में सर चढ़कर बोलती है. कई प्रशंसकों के वे भगवान भी हैं. रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है. उनका जन्म 12 दिसंबर, 1950 को कर्नाटक के बेंगलुरु में एक मराठा परिवार में हुआ था. छोटी सी उम्र में ही उनकी मां का निधन हो गया, जिससे उनको बहुत तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. शुरुआत में उन्होंने अपनी पढ़ाई आचार्य पाठशाला से शुरू की. बाद में उन्होंने उच्च शिक्षा बेंगलुरु के रामकृष्ण मिशन से पूरा किया. ‘रजनीकांत ने शुरुआत कर्नाटक में बस कंडक्टर से शुरू की थी. लेकिन उनका रुझान बचपन से ही अभिनय की ओर था. पब्लिक प्लेस पर एक्टिंग करते-करते किस्मत उन्हें फिल्मी पर्दे पर ले आई‘.

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1981 में लाथा रंगराजन रजनीकांत की जीवनसंगिनी बनीं. उनकी दो बेटियां ऐश्वर्या और सौन्दर्या हैं. 80 के दौर में रजनीकांत ने कई यादगार फिल्मे कीं. उन्होंने न केवल तमिल में सुपरस्टार की गद्दी को बरकरार रखा बल्कि हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया. अमिताभ बच्चन के साथ में फिल्म अंधा कानून, गिरफ्तार और हम में साथ नजर आए थे. वह देश में सबसे महंगे फिल्म अभिनेताओं में से एक हैं. उनकी फिल्मों को देखने के लिए आज भी सिनेमा हॉल के बाहर दर्शकों की लंबी-लंबी लाइन दिखाई देती है.

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