सदन में छलका गुढ़ा का दर्द
सदन में छलका गुढ़ा का दर्द

राजस्थान विधानसभा में मंगलवार गृह और कारावास विभाग की अनुदान मांगों पर हुई बहस, इस दौरान प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष के साथ साथ अपनों के निशाने पर आई गहलोत सरकार, दिन में जहां कानून व्यवस्था से जुड़े अलग अलग मुद्दों पर कांग्रेस विधायक हरीश मीणा, रफीक खान और साफिया जुबेर ने अपनी ही गहलोत सरकार पर उठाए सवाल, तो देर शाम जब संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल दे रहे थे बहस का का जवाब, तब पुलिस थानों में मुकदमों की संख्या और झूठे मुकदमों की बात पर हो गया हंगामा, धारीवाल आंकड़ों के साथ रख रहे थे अपनी बात, कहा- हमने केस रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को इतना सरल कर दिया है कि मुकदमा तो किसी भी हाल में करना ही होगा दर्ज, जबकि पूर्ववर्ती सरकार में मुकदमा दर्ज करवाने के लिए प्रार्थी को लगाने पड़ते थे थाने के चक्कर, झूठे मुकदमा दर्ज करवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी हमने बनाई है व्यवस्था… इस दौरान झूठे मुकदमों के आंकड़ों को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ और शांति धारीवाल के बीच चल रही थी बहस, तभी सदन में बैठे गहलोत सरकार में मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा का भी छलक उठा दर्द, गुढा ने कहा- सभापति जी झूठा मुकदमा तो मेरे खिलाफ भी हुआ है दर्ज,’ गुढा के इतना कहते ही भाजपा विधायकों ने शुरू कर दिया हंगामा, राजेन्द राठौड़ ने कहा कि सरकार का मंत्री इतनी बड़ी बात सदन में बोल रहा है, इससे बड़ी शर्म की बात सरकार के लिए क्या होगी, इसके बाद हंगामा बढ़ता देख स्पीकर सीपी जोशी सदन में पहुंचे और सभापति राजेन्द्र पारीक की जगह खुद ने संभाला मोर्चा, अपने चिर परिचित अंदाज में स्पीकर जोशी ने बीजेपी विधायको को शांत करवाकर बिठवाया अपनी अपनी जगह, फिर शांति धारीवाल ने शुरू किया अनुदान मांगों पर बहस का जवाब

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