राजस्थान की गहलोत सरकार में मंत्री पद पर रहते हुए राजेंद्र गुढ़ा लगातार अपनी ही सरकार के खिलाफ लगातार हो रहे थे मुखर, मुख्यमंत्री गहलोत हर बार कर रहे थे राजेंद्र गुढ़ा के बयानों को नजर अंदाज, लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत ने शुक्रवार को मंत्री रहते हुए विधानसभा में राजेंद्र गुढ़ा द्वारा दिए गए बयान को लिया गंभीरता से, इसके बाद ले ही लिया दो टूक फैसला, मौजूदा गहलोत सरकार के कार्यकाल में राजेंद्र गुढ़ा बने ऐसे चौथे मंत्री जो हुए मंत्री पद से बर्खास्त, इससे पहले गहलोत सरकार पर आए सियासी संकट के समय सचिन पायलट, विश्वेन्द्र सिंह, रमेश मीणा को किया था बर्खास्त, अपनी ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत करने पर आलाकमान ने किया था इन तीनों को बर्खास्त, इसके बाद अब राजेन्द्र गुढ़ा को विधानसभा में सरकार विरोधी बयान देने को लेकर किया गया बर्खास्त, राजेंद्र गुढ़ा ने गत शुक्रवार सदन में सरकार को मणिपुर घटना की जगह खुद के गिरेबां में झांकने की नसीहत, राजेंद्र गुढ़ा के इस बयान के बाद पूरे विपक्ष ने सरकार को विधानसभा में घेरा था जमकर, राजेंद्र गुढ़ा ने झुंझुनूं के उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर जीता था चुनाव, लेकिन मौजूदा गहलोत सरकार के सियासी संकट के समय से पहले कांग्रेस में हुए थे शामिल, राजेंद्र गुढ़ा उदयपुरवाटी सहित समूचे राजस्थान में जाने जाते है एक दबंग नेता के रूप में, प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत के साथ राजेंद्र गुढ़ा के बनते और बिगड़ते रहे हैं रिश्ते, गहलोत सरकार के इस मौजूदा कार्यकाल से पहले भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजेंद्र गुढ़ा दे चुके है समर्थन, इसी पैटर्न पर राजेंद्र गुढ़ा सहित 6 विधायक हुए थे 2009 में कांग्रेस पार्टी में शामिल