Politalks.News/Uttarpradesh. उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर सुभासपा और समाजवादी पार्टी का गठबंधन हो गया है. दोनों पार्टियां 2022 में मिलकर चुनाव लड़ेंगी. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से शिष्टाचार मुलाकात के बाद गठबंधन को लेकर स्थिति को साफ कर दिया. अखिलेश यादव से बातचीत के दौरान ओपी राजभर ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. राजभर ने कहा कि, ‘दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के साथ सभी वर्गों को धोखा देने वाली भाजपा सरकार के केवल चार दिन बचे हैं और साथ ही नारा दिया कि अबकी बार, भाजपा साफ’. वहीं समाजवादी पार्टी ने सुभासपा से गठबंधन करने के बाद कहा कि, ‘सपा और सुभासपा साथ आए हैं’. इधर सपा और सुभासपा के सूत्रों की माने तो दोनों नेताओं में 14 सीटों पर सहमति बनी है. इसके पहले राजभर के भाजपा से गठबंधन करने के कयास लगाए जा रहे थे.
सपा एक सीट भी नहीं देगी तो भी हम रहेंगे साथ- राजभर
अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद राजभर ने बयान दिया कि, ‘आज अखिलेश यादव से मुलाकात हुई. हमने गठबंधन के लिए सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा को निमंत्रण दिया था. अखिलेश यादव ने हमारे न्यौते को स्वीकार किया. हमारी उनसे एक घंटे बात हुई. 27 अक्टूबर को को महापंचायत रखी गई है जिसमें वंचित, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के लोग शामिल होंगे. सीटों के लिए 27 अक्टूबर के बाद बैठ कर बात कर लेंगे. राजभर ने कहा कि, ‘सपा एक सीट भी नहीं देगी तो भी हम उनके साथ रहेंगे’. राजभर ने कहा कि, ‘इस समय प्रदेश में भाजपा नफरत की राजनीति कर रही है. व्यापारी और नौजवान सभी परेशान हैं. भागीदारी संकल्प मोर्चा में सीटों का विवाद नहीं है’.
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ये भाजपा के दमनकारी शासन के अंत की शुरुआत- अखिलेश
इधर अखिलेश यादव ने दावा किया है कि, ‘ये भाजपा के दमनकारी शासन के अंत की शुरुआत है. सुभासपा के संस्थापक ओमप्रकाश राजभर सदैव गरीब, किसान, मजदूर, दलित व पिछड़े वर्ग के लिए लड़ते आए हैं. सुभासपा ने हमेशा सामाजिक न्याय की बात कही है’
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27 अक्टूबर को होगी महापंचायत
सुभासपा के प्रमुख ओम प्रकाश ने इससे पहले कहा था कि, ’27 अक्टूबर को मऊ जिले के हलदरपुर में महापंचायत होगी, जिसमें गठबंधन की घोषणा की जाएगी. आपको बता दें कि कई दलों को मिलाकर यह मोर्चा बनाया गया है. जिसका नेतृत्व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी करती है. वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हाल में घोषणा की थी कि उनकी पार्टी राजभर के नेतृत्व वाले सुभासपा और उसके भागीदारी संकल्प मोर्चा के साथ गठजोड़ करके अगले साल राज्य विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. आपको ये भी बता दें कि योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे राजभर ने 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले इस्तीफा दे दिया था.