राजस्थान में इन दिनों विधानसभा का सत्र है जारी, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली द्वारा स्पीकर वासुदेव देवनानी को धृतराष्ट्र कहने के मामले में आज सदन में हुआ जमकर हंगामा, आज सदन में शून्यकाल की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष ने कल अनुदान मांगों पर जवाब के दौरान हुए हंगामे और मंत्रियों के आचरण का उठाया मुद्दा, जूली ने कहा- कल जिस तरह मंत्रियों ने सदन में किया आचरण, असंसदीय शब्द बोले उन्हें कार्यवाही से नहीं निकाला, इसलिए बाहर जाकर बोलने की आई नौबत, जूली ने कहा- अध्यक्ष जी आपका झुकाव रहना चाहिए विपक्ष की तरफ, लेकिन हम देखते हैं आपका झुकाव रहता है सत्ता पक्ष की तरफ, इस पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा- तो क्या आप आसन को कहेंगे धृतराष्ट्र, मुझे आपने धृतराष्ट्र कहा, आसन के प्रति इस तरह की टिप्पणी है शर्मनाक, इस पर माफी मांगनी चाहिए, इस पर नेता प्रतिपक्ष जूली ने स्पीकर को धृतराष्ट्र कहने पर मांगी माफी, लेकिन इसी बीच स्पीकर ने कहा- मुझे नहीं है पद का मोह, मैं चलूंगा नियमों, मर्यादा और परंपराओं के साथ, फिर भी अगर है किसी को कोई समस्या तो, ला सकते हो अविश्वास प्रस्ताव, देवनानी ने विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाने की दी चुनौती, इसी बीच दोनों के बीच हुई नोकझोंक, नेता प्रतिपक्ष ने कहा- जहां तक अविश्वास प्रस्ताव की बात है, तो जरूरत पड़ी तो वो भी ले आएंगे, इस पर सदन में हो गया जमकर हंगामा, कई मंत्री और बीजेपी विधायकों ने खड़े होकर जताई आपत्ति, मंत्रियों ने कहा- हम भी विपक्ष में थे तब हमने देखा है हमारे साथ होता था कैसा भेदभाव, आसन पर पक्षपात के आरोप सहन नहीं करेंगे, हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए कर दी स्थगित