राजस्थान की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, बहुचर्चित फोन टैपिंग कांड पर एक बार फिर अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने दिया बड़ा बयान, लोकेश शर्मा ने कहा- अशोक गहलोत ने पहले मुझे भरोसा दिया और जब काम हो गया तो वह मामले से हो गए दूर, अब मैं सरकारी गवाह बनकर पूरे मामले की लाऊंगा सच्चाई सामने, सचिन पायलट के गढ़ टोंक में एक कार्यक्रम में लोकेश शर्मा ने दिया यह बयान, लोकेश शर्मा ने आगे कहा- पूर्व मुख्यमंत्री तो 5 साल कुर्सी बचाए रखने में हो गए सफल, लेकिन मुझे जिस व्यक्ति ने भरोसा दिया था कि हम आपका कुछ नहीं होने देंगे, चाहे सुप्रीम कोर्ट ही क्यों ना जाना पड़े, विधानसभा चुनाव हारने के बाद उन्होंने इस मामले से खुद अलग कर दिया, जो काम मैंने किया ही नहीं, उसके लिए क्यों खुद को बनाऊं दोषी और परिवार प्रताड़ित होता रहे, क्योंकि पिछले 3 साल से दिल्ली क्राइम ब्रांच के सवालों के जवाब देता रहा, वही जब लोकेश शर्मा से सवाल पूछा कि क्या इस मामले में सचिन पायलट को टारगेट बनाने की कोशिश की गई? इस पर उन्होंने कहा- यह एक कवायद या एक षड़यंत्र था कि कैसे सचिन पायलट और गजेंद्र सिंह शेखावत की छवि को किया जाए खराब, शर्मा ने यह भी कहा कि गहलोत कभी नहीं चाहते थे सचिन पायलट आगे बढ़े, जिस हिसाब से युवा उनको पसंद करते थे और वो आगे बढ़ रहे थे सचिन पायलट के लिए मुख्यमंत्री के शब्द हुआ करते थे ये कहीं नहीं दिखना चाहिए, आगे नहीं आना चाहिए
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