लोकसभा के चुनावी रण में कांग्रेस और बीजेपी दलों के प्रमुख एक दूसरे पर तलवारें खिंचने में कभी पिछे नहीं रहते. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक दूसरे की टांग खिंचने का एक मौका नहीं छोड़ना चाहते और इस बयानों का इस्तेमाल अपनी चुनावी सभाओं में बखूबी करना जानते हैं. हाल ही में हुए चुनावी सभाओं में पीएम मोदी ने राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर जमकर प्रहार किया है. इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी पर तंज कसा है कि चाहें जितना राजीव गांधी और मेरे बारे में बातें करो लेकिन युवाओं से जो वादे आपने किए हैं, उनके बारे में भी तो बताइएं.
हरियाणा के सिरसा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर आपको-मोदी राजीव गांधी और मेरी बात करनी है आप जरूर कीजिए. दिल खोल के कीजिए लेकिन जनता को समझा दीजिए कि आपने राफेल मामले में क्या किया. युवाओं के रोजगार के बारे में क्या किया. 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का जो वादा किया था वो पूरा किया या नहीं.
उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र मोदीजी ने पांच साल पहले हर चुनावी रैली में दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने की बात कही थी. क्या आज मिल गया किसी को. कोई बताए कि उसे नौकरी मिली है. 15 लाख रुपये हर बैंक खाते में डालने का वादा किया था. किसी को मिला क्या. किसानों का कर्जा माफ करने का वादा क्या पूरा हुआ. नहीं हुआ न.’
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर आरोप लगाए हुए कहा कि 5 साल में आपकी सरकार ने क्या किया. 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज देश में है और यह मोदीजी की देन है. मोदी ने खातों में 15 लाख रुपये भेजने का झूठा वादा किया था लेकिन हम आपके खाते में 5 साल में 3 लाख 60 हजार जरूर जमा कराएंगे.
नोटबंदी पर हमला करते हुए राहुल ने कहा कि सरकार ने जनता की जेब से पैसा निकाला. किसानों की जेब से पैसा निकाला. छोटे दुकानदारों की जेब से पैसा निकाला. बिजनेसमैन की जेब से पैसा निकाला और यह पैसा अनिल अंबानी जैसे 15 चोरों की जेब में डाल दिया. सरकार के फैसले ने अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया और देश में 45 साल की सबसे बड़ी बेरोजगारी सामने आ गई.
उन्होेंने नरेंद्र मोदी के सत्ता में न लौटने का दावा करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी लौट कर नहीं आ रहे हैं. फ्लाप शो खत्म हो गया. वह घड़ी गई. उनके चेहरे को देख लो, उनकी ऊर्जा को देख लो. उदास है क्योंकि वह चुनाव हार रहे हैं.