राजनीति में एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए बयानबाजी का दौर चलता रहता है. मौका पड़ने पर कोई भी इसमें पीछे नहीं रहना चाहता. अभी अमेठी से भाजपा प्रत्याशी और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की डिग्री को लेकर बयानबाजी थमीं ही नहीं थी, एक और नेता ‘डिग्री दिखाओ’ के सवाल से घिर गए हैं. हम बात कर रहे हैं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अमेठी से ही कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी की. वरिष्ठ भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री अरूण जेटली ने राहुल गांधी की एमफिल की डिग्री को लेकर सवाल खड़े किए हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी की डिग्री पर सवाल उठाते हुए उनसे पूछा है कि बिना MA किए आपने कैसे M.Phil की डिग्री पा ली?


राहुल गांधी द्वारा अमेठी से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में दिए गए हलफनामे के बाद सियासी बहस जोर पकड़ती जा रही है. दरअसल, राहुल गांधी ने 2004 और 2009 में बताया था कि उन्होंने ट्रिनिटी कॉलेज से डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में M.Phil किया है, जबकि 2014 में कहा कि M.Phil डेवलपमेंट स्टडीज में किया गया है. सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाओं का सैलाब सा आ गया है. कोई ये भी बता रहा है कि एमफिल में राहुल गांधी एक विषय में पास होने लायक नंबर भी नहीं पाए.

केन्द्रीय मंत्री जेटली ने राहुल पर निशाना साधते हुए शनिवार को अपने फेसबुक ब्लॉग उनकी पढ़ाई पर सवाल खड़े किए है. इंडियाज़ ओपोजिशन इज ऑन ए रेंट ए कॉज कैंपेन हेडिंग के साथ अरुण जेटली ने लिखा- ‘आज बीजेपी कैंडिडेट (स्मृति ईरानी) की शैक्षणिक योग्यता पर बातें हो रही हैं. लेकिन इस दौरान राहुल गांधी की शैक्षणिक योग्यता को भुला दिया जा रहा है. राहुल गांधी की शैक्षणिक योग्यता को लेकर ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब नहीं मिला. बेशक उन्होंने बिना मास्टर डिग्री के एमफिल की पढ़ाई जो पूरी की है!

बता दें कि स्मृति ईरानी में अमेठी से नामांकन भरते वक्त जो हलफनामा दिया था, उसमें उनकी शैक्षणिक योग्यता पर फिर से सवाल उठे हैं. 2004 के हलफनामे में उन्होंने जो जानकारी दी थी, वो 2014 और 2019 के हलफनामे से बिल्कुल भी मेल नहीं खाता. इस पर कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने टीवी सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ की थीम लाइन पर स्मृति ईरानी पर निशाना साधा है.

नामांकन के दौरान दिए गए हलफनामे में स्मृति ईरानी ने बताया कि वे ग्रेजुएट नहीं हैं. उन्हें बीच में ही कॉलेज छोड़ना पड़ा.जिसके बाद से कांग्रेस पार्टी स्मृति ईरानी की डिग्री का मुद्दा बना कह रही है कि स्मृति ईरानी का हलफनामा प्रमाणित करता है कि पूर्व में उन्होंने झूठ बोला था. लिहाजा उनका नामांकन ख़ारिज किया जाना चाहिए. अब डिग्री दिखाओ मामले में बीजेपी ने कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर ली है और उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष की डिग्री पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं.

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