कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अलवर के थानागाजी में गैंगरेप पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की. राहुल गांधी करीब आधा घंटे पीड़ित परिवार के साथ रहे. इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रभारी अविनाश पांडे्य भी साथ थे. मुलाकात के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह मेरे लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. यह एक भावनात्मक मामला है.
उन्होंने आगे कहा कि जैसे ही मुझे इस घटना के बारे में पता चला, मैंने तुरंत प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर बात की. मैं पहले यहां आना चाहता था लेकिन किन्हीं कारणों के कारण ऐसा हो न सका. राहुल ने कहा कि मैं सुनिश्चित करना चाहता हूं कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिलेगा. परिवार की मांगों को भी जल्दी पूरा किया जाएगा. जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इस मौके पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम गहलोत ने भी मीडियाकर्मियों से पीड़ित परिवार को जल्दी से जल्दी न्याय मिलने की बात कही. उन्होंने अलवर जिले को प्रशासनिक तौर पर अलवर शहर और अलवर ग्रामीण में बांटने की बात कही. दोनों जगह दो एसपी को लगाया जाएगा. जिले में बढ़ती अनैतिक गतिविधियों को देखते हुए यह बात कही गई है.
उन्होंने यह भी कहा कि थानागाजी मामले में सात दिन में चालान पेश कर देंगे. पीड़ित को नौकरी दी जाएगी. सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी इस मामले पर राजनीति कर रही है और पूरी पार्टी राजनीति पर उतर आई है.
बता दें, राहुल गांधी बुधवार को अलवर आने वाले थे लेकिन खराब मौसम के चलते उनके हेलिकॉप्टर को दिल्ली में उड़ान भरने की अनुमति नहीं मिल पायी थी. इसके बाद कांग्रेसी प्रवक्ता जयवीर शेरविल ने उनके दौरा रद्द होने की सूचना दी थी.
राहुल गांधी का संवेदनशील मामलों में प्रदेश में यह तीसरा दौरा है. इससे पहले राहुल गांधी 2011 में गहलोत सरकार के दौरान गोपालगढ़ में हुए साम्प्रदायिक हिंसा के बाद राहुल यहां आए थे. उसके बाद वसुंधरा सरकार में बीकानेर की डेल्टा मेघवाल की दुष्कर्म और हत्या के बाद राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी.