Politalks.News/Delhi/RahulGandhi. कांग्रेस नेता राहुल गांधी किसान आंदोलन को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं. राहुल गांधी ने एक बार फिर कृृषि कानूनों को प्रधानमंत्री मोदी के पूंजीपति मित्रों के लिए फायदा देने वाला कानून बताया. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ये भी कहा कि अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए. इस पर पलटवार करते हुए बीजेपी के दिल्ली सांसद मनोज तिवारी ने पलटवार में राहुल गांधी को देश का सबसे ‘कन्फ्यूज नेता’ बता दिया. तिवारी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि राहुल गांधी को नए कृषि कानूनों की जानकारी ही नहीं है.
सुल्तानपुर में एक विवाह समारोह में शामिल होने आए बीजेपी सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने कहा कि संसद द्वारा पारित कृषि कानूनों को पंजाब छोड़कर सभी राज्यों ने स्वीकार कर लिया है. केंद्र सरकार आंदोलनरत किसानों की हर बात सुनने और विचार करने को तैयार है. वहीं सांसद तिवारी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर कृषि कानूनों को लेकर देश में भ्रम फैलाने और किसानों को झूठ बोलकर भड़काने का आरोप लगाया. तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है. नए कृषि कानूनों से किसान आर्थिक रूप से मजबूत होगा.
इधर राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से कृषि कानून और किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. अपने एक ताजा ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा कि अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं और ‘झूठ’ टीवी पर भाषण. राहुल गांधी ने कहा कि किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है और ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, इसलिए अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए.
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अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं,
और
‘झूठ’ टीवी पर भाषण!किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है।
ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियाँ मारकर और आंसू गैस चलाकर।
जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 1, 2020
राहुल गांधी ने एक वीडियो शेयर करते हुए कृषि कानूनों को पीएम मोदी के निजी व्यापारियों को फायदा देने वाली स्कीम बताया. उन्होंने कहा कि ये कानून किसानों से चोरी करने वाला कानून है और इसके खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा. राहुल गांधी ने इन कृषि कानूनों को काला कानून बताया है.
देश का किसान काले कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ ठंड में, अपना घर-खेत छोड़कर दिल्ली तक आ पहुँचा है।
सत्य और असत्य की लड़ाई में आप किसके साथ खड़े हैं-
अन्नदाता किसान
या
PM के पूँजीपति मित्र?#SpeakUpForFarmers pic.twitter.com/YKhBjG2FaL— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 30, 2020
राहुल गांधी और कांग्रेस ने किसानों के लिए सोशल मीडिया पर #SpeakUpForFarmers कैंपेन भी चलाया है और अन्य लोगों से इस कैंपेन से जुड़ने का आव्हान भी किया है.
मोदी सरकार ने किसान पर अत्याचार किए- पहले काले क़ानून फिर चलाए डंडे लेकिन वो भूल गए कि जब किसान आवाज़ उठाता है तो उसकी आवाज़ पूरे देश में गूंजती है।
किसान भाई-बहनों के साथ हो रहे शोषण के ख़िलाफ़ आप भी #SpeakUpForFarmers campaign के माध्यम से जुड़िए। pic.twitter.com/tJ8bry6QWi
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 30, 2020
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ यूपी, हरियाणा और पंजाब सहित अन्य राज्यों के किसान सिंधू बॉर्डर सहित दिल्ली की बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आज किसान आंदोलन का छठा दिन है. किसान आंदोलन के तेज होने के बाद दिल्ली सरकार ने किसानों को वार्ता के लिए बुलाया है. विज्ञान भवन में किसानों का 35 सदस्यीय दल सरकार से वार्ता के लिए पहुंचा हुआ है. बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री पीयूष गोयल सहित अन्य बीजेपी के नेता मौजूद हैं. खबर आ रही है कि सरकार ने किसान संगठनों से पांच सदस्यीय कमेटी बनाने की बात कही है. खबर लिखे जाने तक बैठक का दौर जारी है.