पॉलिटॉक्स न्यूज. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) लॉकडाउन में देशभर में फंसे प्रवासी मजदूरों की मुश्किलों को लेकर लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. राहुल 16 मई को सुखदेव विहार फ्लाईओवर के पास मजदूरों से बातचीत करने भी पहुंचे थे. अब राहुल गांधी ने आज सुबह अपने यूट्यूब चैनल पर अपनी आवाज में प्रवासी मजदूरों के दर्द को दर्शाती एक डॉक्यूमेंट्री अपलोड की है जिसमें मजदूरों की मुश्किलों को बयां किया गया है. राहुल ने वीडियो के जरिए केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए 13 करोड़ परिवारों की मदद की अपील की है. वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमलावर हो गई है. एक ओर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने प्रवासी मजदूरों को वीडियो को राहुल गांधी का ‘पॉलिटिकल पॉल्यूशन’ करार दिया तो वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा के लिए कांग्रेस को कसूरवार बताया.
राहुल गांधी ने सुबह अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो साझा करते हुए प्रवासी मजदूरों के पलायन के दर्द को दिखाने वाले दृश्यों और मजदूरों से अपने द्वारा किए गए सवालों को दिखाया है. इस वीडियों में मजदूरों ने अपनी जुबानी अपने दर्द को बयां किया है. झांसी के रहने वाले महेश कुमार कहते हैं, 120 किलो मीटर चले हैं. रात में रुकते रुकते आगे बढ़े. मजबूरी है कि हम लोगों को पैदल जाना है. एक अन्य महिला कहती हैं, बड़े आदमी को दिक्कत नहीं है. हम तीन दिन से भूखे मर रहे हैं. बच्चा भी है हमारा साथ में, वो भी तीन दिन से भूखा-प्यासा है. एक अन्य महिला कहती हैं कि जो भी कमाया था पिछले दो महीनों में खत्म हो गया है, इसलिए अब पैदल ही घर निकल पड़े हैं.
Watch this short film in which I speak with India’s real nation builders, our migrant brothers & sisters. https://t.co/As99mjVvyt
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 23, 2020
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वीडियो में राहुल गांधी एक मजदूर से बात करते हैं. वो पूछते हैं कि वो कहां से आ रहे हैं और क्या करते थे? शख्स बताता है कि वह हरियाणा से आ रहा है और कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करता था. उसने बताया कि एक दिन पहले ही उसने चलना शुरू किया है. उनके साथ उनका पूरा परिवार है. वीडियो के आखिर में राहुल गांधी ने सरकार से 13 करोड़ परिवारों को 7,500 रुपये की आर्थिक मदद देने और ये मदद सीधे कैश ट्रांसफर के रूप में पहुंचाने की अपील की है.
इस वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी के साथ साथ बसपा भी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी के वीडियो को ‘पॉलिटिकल पॉल्यूशन’ बताते हुए कहा कि राहुल को पॉलिटिकल पॉल्यूशन फैलाना बंद करना चाहिए. नकवी ने ये भी कहा कि अगर कांग्रेस मदद नहीं कर सकती है तो कम से कम इसमें बाधा तो न बने. राहुल पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘इनकी दिक्कत ये है कि ये हर दिन कन्फ्यूजन पैदा करना चाहते हैं. अगर समस्या का समाधान नहीं कर सकते हैं तो पॉलिटिकल पाखंड का भागीदार तो मत बनिए.’
इधर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा का कसूरवार कांग्रेस को बताया. एक के बाद एक करके मायावती ने 4 ट्वीट किए और कहा कि कांग्रेसी नेता द्वारा लाॅकडाउन त्रासदी के शिकार कुछ श्रमिकों के दुःख-दर्द बांटने सम्बंधी जो वीडियो दिखाया जा रहा है, वह हमदर्दी वाला कम व नाटक ज्यादा लगता है.
1. आज पूरे देश में कोरोना लाॅकडाउन के कारण करोड़ों प्रवासी श्रमिकों की जो दुर्दशा दिख रही है उसकी असली कसूरवार कांग्रेस है क्योंकि आजादी के बाद इनके लम्बे शासनकाल के दौरान अगर रोजी-रोटी की सही व्यवस्था गाँव/शहरों में की होती तो इन्हें दूसरे राज्यों में क्यों पलायन करना पड़ता? 1/4
— Mayawati (@Mayawati) May 23, 2020
2. वैसे ही वर्तमान में कांग्रेसी नेता द्वारा लाॅकडाउन त्रासदी के शिकार कुछ श्रमिकों के दुःख-दर्द बांटने सम्बंधी जो वीडियो दिखाया जा रहा है वह हमदर्दी वाला कम व नाटक ज्यादा लगता है। कांग्रेस अगर यह बताती कि उसने उनसे मिलते समय कितने लोगों की वास्तविक मदद की है तो यह बेहतर होता।2/4
— Mayawati (@Mayawati) May 23, 2020
मायावती ने बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकारों को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अगर बीजेपी की केन्द्र व राज्य सरकारें कांग्रेस के पदचिन्हों पर ना चलकर, इन बेहाल घर वापसी कर रहे मजदूरों को उनके गांवों/शहरों में ही रोजी-रोटी की सही व्यवस्था करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की नीति पर यदि अमल करती हैं तो फिर आगे ऐसी दुर्दशा इन्हें शायद कभी नहीं झेलनी पड़ेगी.
3. साथ ही, बीजेपी की केन्द्र व राज्य सरकारें कांग्रेस के पदचिन्हों पर ना चलकर, इन बेहाल घर वापसी कर रहे मजदूरों को उनके गांवों/शहरों में ही रोजी-रोटी की सही व्यवस्था करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की नीति पर यदि अमल करती हैं तो फिर आगे ऐसी दुर्दशा इन्हें शायद कभी नहीं झेलनी पड़ेगी।
— Mayawati (@Mayawati) May 23, 2020
वहीं मायावती ने बीएमपी के कार्यकर्ताओं से संकट काल की इस घड़ी में प्रवासी मजदूरों की यथा संभव हो सके, भरसक मानवीय मदद करने का प्रयास करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि मजलूम ही मजलूम की सही मदद कर सकता है.
4. बीएसपी के लोगों से भी पुनः अपील है कि जिन प्रवासी मजदूरों को उनके घर लौटने पर उन्हें गाँवों से दूर अलग-थलग रखा गया है तथा उन्हें उचित सरकारी मदद नहीं मिल रही है तो ऐसे लोगों को भी अपना मानकर उनकी भरसक मानवीय मदद करने का प्रयास करें। मजलूम ही मजलूम की सही मदद कर सकता है। 4/4
— Mayawati (@Mayawati) May 23, 2020