राहुल गांधी का अर्थव्यवस्था को लेकर दूसरा सोशल वार, मोदी सरकार की नोटबंदी के फैसले पर किया बड़ा हमला

नोटबंदी पर फिर से बोले कांग्रेस सांसद, गरीबों के खिलाफ बताया फैसले को, 8 नवंबर, 2016 को रात 8 बजे पीएम मोदी ने किया था नोटबंदी का ऐलान, 500 रुपये और एक हजार रुपये के नोट कर दिए थे बैन

Rahul Gandhi
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Politalks.news. अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर घिरी मोदी सरकार पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का हमला बदस्तूर जारी है. सोमवार को राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था को लेकर एक वीडियो शेयर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इस वीडियो में राहुल गांधी ने देश में दो तरह की अर्थव्यवस्था बताई थी, एक संगठित और दूसरी असंगठित, साथ ही असंगठित अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप केंद्र सरकार पर लगाया था. इसी सीरीज़ में गुरुवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने दूसरा वीडियो पोस्ट करते हुए मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया और नोटबंदी लागू कर देश की अर्थव्यस्था को पूरी तरह नष्ट करने का गंभीर आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार को घेरने का काम किया, साथ ही नोटबंदी को इसे गरीबों के खिलाफ वाला फैसला बताया.

राहुल गांधी ने 2016 में पीएम मोदी के लिए गए नोटबंदी के फैसले पर फिर से सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी का ‘कैश-मुक्त’ भारत दरअसल ‘मज़दूर-किसान-छोटा व्यापारी’ मुक्त भारत है. कांग्रेस नेता ने कहा कि जो पासा मोदी सरकार द्वारा 8 नवंबर, 2016 को फेंका गया था, उसका एक भयानक नतीजा 31 अगस्त, 2020 को सामने आया. दरअसल राहुल गांधी का इशारा देश की इस साल की दूसरी तिमाही जीडीपी की ओर है जिसमें 23.9 फीसदी की भारी गिरावट आई है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वीडियो में कहा कि नोटबंदी हिंदुस्तान के गरीब-किसान-मजदूर पर आक्रमण था. 8 नवंबर, 2016 की रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 रुपये और एक हजार रुपये के नोट बंद कर दिए जिसके बाद पूरा देश बैंक के सामने जाकर खड़ा हो गया. वीडियो के जरिए राहुल गांधी ने मोदी सरकार से दो सवाल पूछे. पहला- क्या इससे काला धन मिटा? दूसरा- क्या लोगों को इससे फायदा हुआ? राहुल गांधी ने दोनों सवालों का खुद ही जवाब देते हुए कहा- दोनों का जवाब है ‘नहीं’.

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राहुल गांधी ने ये भी कहा कि सिर्फ अमीरों और अरबपतियों को नोटबंदी से फायदा मिला. जनता का पैसा घरों से निकालकर उसका प्रयोग अमीर लोगों का कर्ज माफ कर दिया गया. राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि नोटबंदी का दूसरा और छिपा हुआ मकसद असंगठित जमीन साफ करने का था. राहुल गांधी ने कहा कि देश का असंगठित क्षेत्र कैश पर काम करता है जबकि पीएम मोदी नोटबंदी से कैशलेस इंडिया चाहते थे. अगर ऐसा होगा तो ये क्षेत्र ही खत्म हो जाएगा जिसका खामियाजा किसान, मजदूर और छोटे कारोबारियों को उठाना पड़ेगा.

कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि छोटे कारोबारी बिना कैश के नहीं जी सकते हैं. हमें नोटबंदी के इस आक्रमण को पहचानना होगा और देश को इसके खिलाफ लड़ना होगा.

राहुल गांधी ने इससे पहले 31 अगस्त को इस सीरीज का पहला हिस्सा जारी किया था. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार जानबूझकर असंगठित क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने में लगी हुई है. राहुल गांधी ने अपने पिछले वीडियो में कहा कि पिछले 6 साल से बीजेपी की सरकार असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण किया है. मोदी सरकार के नोटबंदी, गलत GST और लॉकडाउन जैसे फैसलों की वजह से ऐसा हुआ है.

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