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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेसवार्ता में कहा कि आधे चुनाव खत्म हो चुके हैं, जिसमें बीजेपी की छुट्टी हो गई है. मोदी सरकार के सारी बातों को नकारते हुए देश की जनता किसानों की समस्याओं, बेरोजगारी व बढ़े भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस के समर्थन में मतदान कर रही है. राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि इस समय देश के सामने सबसे बड़ी समस्या कोई है तो वो बेरोजगारी है.

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. देश मोदीजी से 2014 में उनके द्वारा किए गए दो करोड़ लोगों को रोजगार देने के वादे के बारे में पूछ रहा है जिसका उनके पास कोई जवाब नहीं है. उनके पास रोजगार कैसे पैदा किया जाए, इसका कोई प्लान नहीं है. देश मे हालात बहुत बुरे हैं. आज युवा रोजगार की तलाश में इधर-उधर भटक रहा है. मोदीजी इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं.

सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर भी राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भारतीय सेना को अपनी प्राइवेट सेना मानते है. वो चुनाव जीतने के लिए सेना का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो निंदनीय है. सर्जिकल स्ट्राइक तो कांग्रेस शासनकाल में भी की गई लेकिन हमारी सरकार ने कभी सेना का उपयोग चुनावी फायदे के लिए नहीं किया. ये तो सेना का कार्य है और वो इसे बखूबी कर रही हैं. इसका राजनीतिकरण गलत है.

राहुल गांधी ने सत्ता में कांग्रेस की वापसी के बाद होने वाले बदलावों के बारे में कहा कि  अगर कोई युवा बिजनेस करना चाहेगा तो तीन साल के लिए उसे किसी भी विभाग से परमिशन लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. साथ ही हम एक साल में 22 लाख सरकारी नौकरी देंगे. उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि हम 2 करोड़ की बात नहीं कर रहे है. हम 22 लाख रोजगार देकर बताएंगे.

राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट माफी मांगने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि मैंने सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगी है क्योंकि वहां सुनवाई चल रही है. मैंने उस प्रोसेस के बार में कमेंट कर दिया जबकि वो मेरी जगह नहीं है. वहां मेरे से गलती हुई तो मैने माफी मांगी लेकिन ‘चौकीदार चोर है’ इसमें सच्चाई है. न मैं नरेंद्र मोदी से और न ही बीजेपी से माफी मांग रहा हूं.

मसूद अजहर को ग्लोबल आंतकी घोषित करने के मामले पर राहुल गांधी ने कहा कि मसूद एक आतंकवादी है. उसे सजा मिलनी चाहिए लेकिन क्या कांग्रेस मसूद अजहर को पाकिस्तान छोड़कर आई थी. बीजेपी की तत्कालीन सरकार ने आतंकवाद के सामने झुककर एक आतंकवादी को पाकिस्तान भेजा था. वहीं राहुल ने चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव आयोग विपक्षी नेताओं के खिलाफ तो सख्त नजर आता है लेकिन आचार संहिता का उल्लघंन बीजेपी और उसके सहयोगी करते है तो आयोग का रूख उनके प्रति नरम होता है.

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