Politalks.News/WestBengalElection. भाजपा का सोनार बांग्ला तो तृणमूल कांग्रेस का खेला होबे सब ड्रामा है, बंगालवासियों, मैं तुम्हें यही बताने आया हूं. आने में देर जरूर हुई है लेकिन मैं भाजपा और टीएमसी को लेकर सचेत करना चाहता हूं. पीएम मोदी और ममता बनर्जी के बीच जारी सियासी रस्साकशी से बंगाल जरूर दो हिस्सों में बंट जाएगा- यह कहना है विधानसभा चुनाव के एलान के बाद बंगाल की धरती पर पहली बार पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का. बुधवार को जब राहुल गांधी चुनाव के आधे चरण के चुनाव बीत जाने के बाद बंगाल पहुंचे तब उन्होंने आक्रामक अंदाज में दो चुनावी जनसभाएं की. भले ही राहुल गांधी बंगाल की सियासत से अभी तक दूरी बनाए हुए थे लेकिन वे यहां पूरा ‘रिहर्सल‘ करके आए थे. राहुल गांधी के निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी और ममता दीदी रहीं.
पहले बात करेंगे राहुल गांधी ने चुनावी रैलियों में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए क्या कहा. कांग्रेस सांसद राहुल ने बंगाल की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘नरेंद्र मोदी ने कहा भाइयोंं-बहनों, थाली बजाओ कोरोना चला जाएगा, उन्होंने कहा घंटी बजाओ. उसके बाद उन्होंने लोगों से कहा कि अपने अपने मोबाइल फोन निकालें और उनकी फ्लैशलाइट ऑन करें. यह आदमी भारत का प्रधानमंत्री है, जिसने मजदूरों की मदद करने के स्थान पर उनसे घंटी बजाने को कहा’. राहुल ने कहा कि, ‘मैं चुनाव में भाषण देने नहीं आया हूंं, आप लोगों को यह बताने आया हूं कि बंगाल बंट गया, तो सबसे ज्यादा नुकसान यहां की जनता का होगा.’
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राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा का इरादा पश्चिम बंगाल को बर्बाद और विभाजित कर देने का है. कांग्रेस सांसद राहुल ने आरोप लगाया कि ‘भगवा दल असम और तमिलनाडु में भी यही काम कर रहा है‘. आगे राहुल गांधी ने कहा भाजपा अच्छी तरह जानती है कि कांग्रेस उसके सामने हथियार नहीं डालेगी, लिहाजा उसने कांग्रेस मुक्त भारत का नारा लगाया. उन्होंने कभी टीएमसी मुक्त भारत का नारा नहीं दिया, क्योंकि वह उसकी पुरानी गठबंधन साझेदार है. (यहां हम आपको बता दें कि ममता बनर्जी 1998 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में एनडीए का हिस्सा रहीं हैं ).
भाजपा को जबरदस्त आड़े हाथ लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘भाजपा बंगाल में आग लगाना चाहती है, बंगाल जलेगा, बंगाल की माताएं और बहनें रोएंगी, क्योंकि एक बार इन्होंने बंगाल को बांट दिया, फिर बंगाल में आग लगेगी उसको कोई नहीं रोक सकता है और ऐसी आग लगेगी कि बंगाल में उसको पहले किसी ने नहीं देखा होगा. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में आग लगाई, उसके बल पर वो चुनाव जीते. उसके बाद क्या हुआ, आज जाइए उत्तर प्रदेश में देखिए, कोरोना आता है, अस्पताल लाशों से भरे पड़े हैं, जहां भी देखो लोग कोरोना से मर रहे हैं.’
उसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ममता बनर्जी को लेकर कहा कि पश्चिम बंगाल इकलौता ऐसा राज्य है जहां आपको नौकरियां पाने के लिए ‘कट मनी‘ देनी पड़ती है. राहुल ने कहा कि ममता बनर्जी का ‘खेला होबे सब ड्रामा‘ है. यहां हम आपको बता दें कि बंगाल के इस सियासी खेल में पीएम मोदी और ममता बनर्जी एक दूसरे पर हमला करते-करते कितने दूर निकल गए हैं कि उन्हें राहुल गांधी की ‘गर्जना‘ कम ही सुनाई दी. बंगाल में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस की राजनीति को राहुल गांधी ने भले ही देर से, लेकिन ‘डिस्टर्ब‘ जरूर कर दिया है.
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कांग्रेस ने अपने पुराने गढ़ को बचाने के लिए ही लगाया जोर
आपको बता दें, बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कभी गंभीर नहीं रही. पार्टी सिर्फ अपने पुराने गढ़ को बचाने के लिए ही मैदान में है. यहां के चुनावी मैदान में एक तरफ जहां बीजेपी उतरी है तो वहीं दूसरी तरफ टीएमसी, जबकि, कांग्रेस और लेफ्ट के साथ फुरफुरा शरीफ की ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट का गबंधन है. मुर्शिदाबाद, मालदा और दिनाजपुर जैसे इलाकों में पिछली बार की तरह नतीजे दोहराने के लिए कांग्रेस अब सक्रिय हो गई है और अगले चार चरणों के चुनाव में पूरे दमखम के साथ टीएमसी और बीजेपी से मुकाबला करना चाहती है. इसी को ध्यान में रखते हुए राहुल गांधी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी और ममता पर जमकर हमला बोला.
गौरतलब है कि सिलीगुड़ी जिले के माटीगारा-नक्सलबाड़ी और उत्तर दिनाजपुर जिले के गोलपोखर विधानसभा क्षेत्र में बड़ी आबादी मुस्लिम वोटर्स की है. इसीलिए कांग्रेस ने यहां कई मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं. इसे देखते हुए अभी राहुल गांधी की बंगाल में कुछ चुनावी जनसभा और भी हो सकती हैं. कांग्रेस बंगाल में 92 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ रही है. ऐसे में राहुल गांधी आधे चुनाव खत्म होने के बाद बंगाल के रण में उतरकर कांग्रेस की ‘नैया‘ पार लगा पाएंगे? क्योंकि इस बार पश्चिम बंगाल में ममता और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर सियासी सुर्खियों में बनी हुई है.
बंगाल के इस धमासान में कांग्रेस-लेफ्ट कहीं नजर नहीं आ रही हैं. ऐसे में राहुल की कांग्रेस पार्टी को चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बड़ी चुनौती भी होगी. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की कुल 294 सीटों के लिए आठ चरणों वोटिंग हो रही है. अब तक चार दौर की वोटिंग खत्म हो चुकी है. 17 अप्रैल को 45 सीटों पर होने वाले पांचवें चरण के लिए चुनाव प्रचार आज शाम को थम गया. इसके बाद 22 अप्रैल को छठवें चरण में 43 सीट, सातवें चरण में 26 अप्रैल को 36 सीट और 29 अप्रैल को आठवें चरण में 35 सीटों पर वोटिंग होनी है. वोटों की गिनती 2 मई को की जाएगी.