राहुल गांधी का मोदी सरकार के लॉकडाउन पर वार, ‘लॉकडाउन’ को बताया जनविरोधी डिजास्टर प्लान

जारी किया अर्थव्यवस्था सीरीज़ का आखिरी वीडियो, पहले तीन वीडियो में राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था, नोटबंदी, जीएसटी का किया था जिक्र, नए वीडियो में लॉकडाउन को बनाया आमजन के लिए 'मृत्युदंड'

Rahul Gandhi
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Politalks.News/Delhi. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कोरोना महामारी के चलते देश में लॉकडाउन को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला. राहुल गांधी ने बुधवार को एक नया वीडियो शेयर कर कहा कि अचानक किया गया लॉकडाउन देश के असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड साबित हुआ है. उन्होंने कोरोना वायरस को लेकर सरकार की तैयारियों और अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए उठाए जा रहे कदमों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. राहुल गांधी का अर्थव्यवस्था को लेकर जारी सीरीज़ का ये चौथा वीडियो है. इससे पहले कांग्रेस नेता ने एक एक करके तीन वीडियो पहले जारी कर दिए थे जो अर्थव्यवस्था, नोटबंदी, जीएसटी को लेकर पोस्ट किए गए थे.

अपने नए वीडियो को पोस्ट करते हुए राहुल ने शीर्षक में लिखा, ‘अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ. वादा था 21 दिन में कोरोना ख़त्म करने का, लेकिन ख़त्म किए करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग. ये था पीएम मोदी का जनविरोधी ‘डिज़ास्टर प्लान’.’

राहुल गांधी ने अपने वीडियो में कहा कोरोना के नाम पर जो किया वो असंगठित क्षेत्र पर तीसरा आक्रमण तीसरा वार था क्योंकि गरीब लोग रोज कमाते रोज खाते हैं. छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापार के साथ भी ऐसा है. जब आपने, बिना कोई नोटिस लॉकडाउन किया आपने इनके ऊपर आक्रमण किया. प्रधानमंत्री जी ने कहा 21 दिन की लड़ाई होगी, असंगठित क्षेत्र के रीड की हड्डी 21 दिन में ही टूट गई.

राहुल ने वीडियो में कांग्रेस की न्याय योजनी की वकालत भी की. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद खुलने का समय आया. कांग्रेस पार्टी ने एक बार नहीं अनेक बार सरकार से कहा, गरीबों की मदद करनी ही पड़ेगी, न्याय योजना जैसी एक योजना लागू करनी पड़ेगी, बैंक के अकाउंट में सीधा पैसा डालना पड़ेगा, लेकिन नहीं किया. हमने कहा स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस के लिए, आप एक पैकज तैयार कीजिए, उनको बचाने की जरूरत है. बिना इस पैसे के ये नहीं बचेंगे, सरकार ने कुछ नहीं किया, उल्टा सरकार ने सबसे अमीर पंद्रह बीस लोगों का लाखों करोड़ों रुपए टैक्स माफ किया.

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राहुल ने अचानक लॉकडाउन को आक्रमण बताते हुए कहा कि लॉकडाउन कोरोना पर आक्रमण नहीं था. लॉकडाउन हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण था. हमारे युवाओं के भविष्य पर आक्रमण था. लॉकडाउन मजदूर किसान और छोटे व्यापारियों पर आक्रमण था. हमारी असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था. हमें इस बात को समझना होगा और इस आक्रमण के खिलाफ हम सबको एक साथ मिलकर खड़ा होना होगा.

इससे पहले राहुल गांधी ने 31 अगस्त को ‘मोदी सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था को कैसे नष्ट किया’ वीडियो सीरीज़ का पहला वीडियो पोस्ट किया जो देश की अर्थव्यवस्था को लेकर था. वीडियो में उन्होंने संगठित और असंगठित दो अर्थव्यवस्था की जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 40 वर्षों में पहली बार भारी मंदी में है. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के 2008 में आई वैश्विक मंदी में देश के संभलने की परिस्थितियों का भी जिक्र किया.

रहाुल गांधी ने सीरीज़ का दूसरा वीडियो 3 सितम्बर को पोस्ट किया जिसमें उन्होंने 8 नवंबर, 2016 को लागू की गई नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी जी के कैश लैस इंडिया से मजदूर, किसान और छोटे व्यापारी मुक्त भारत कैसे बन गया.

6 सितंबर को तीसरा वीडियो जारी करते हुए राहुल गांधी ने जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स का नाम देते हुए कहा कि गलत टैक्स लागू करने से लाखों छोटे व्यापार, करोड़ों युवाओं की नौकरी और राज्यों की आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा जिससे देश आज तक उबर नहीं पाया. राहुल गांधी ने लिखा, ‘जीएसटी मतबल आर्थिक सर्वनाश’.

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