केंद्र के राहत पैकेज पर रघुराम राजन का निशाना, कहा- सिर्फ ऐलान से काम नहीं होने वाला

पूर्व आरबीआई गवर्नर ने इस साल को बताया अर्थव्यवस्था के लिए बेहद खराब, ग्रोथ पर ध्यान न देने की सलाह, लघु उद्योग धंधों के लिए कदम उठाने और लोगों की जरूरतें पूरी करने की तरफ ध्यान देने की आवश्यकता बताई

Raghuram Rajan 2
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पॉलिटॉक्स न्यूज. आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने मोदी सरकार के कोरोना संकट काल में 20 लाख करोड़ के पैकेज पर निशाना साधा है. राजन ने कहा कि सिर्फ ऐलान से काम नहीं होने वाला है. ये भी देखना होगा कि क्या ये काम कर रहे हैं. अगर नहीं काम कर रहे तो जरूरतों को पूरा करने के लिए बदलाव करना होगा. सरकार पैकेज का ऐलान करने के बाद बैठ नहीं सकती. वो ये नहीं कह सकती कि उसने अपना काम कर दिया. राजन ने कहा कि सरकार को ये देखना होगा कि क्या लोगों की जरूरतें पूरी हो रही है. पूर्व आरबीआई गवर्नर ने एक टीवी शो में ये बात कही.

रघुराम राजन ने कहा कि मोदी सरकार ने कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण चरमराई अर्थव्यवस्था को बूस्ट देने के लिए 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की. इस ऐलान को 20 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन सरकार ये नहीं कह सकती कि उसने अपना काम कर दिया. सरकार पैकेज का ऐलान करने के बाद बैठ नहीं सकती. सरकार को ये भी देखना होगा कि क्या लोगों की जरूरतें पूरी हो रही है. राजन ने कहा कि सरकार के इस ऐलान से लोगों को कितनी राहत मिलेगी, ये तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन पूरी दुनिया के लिए मंदी होनी वाली है. इससे बाहर निकलने में कितना समय लगेगा, अभी ये कहना मुश्किल होगा.

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आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा कि सरकार को देखना चाहिए कि लॉकडाउन और राहत पैकेज का ग्राउंड पर क्या असर है. उसको लेकर कदम उठाना चाहिए. सरकार ने गरीबों के लिए राशन का ऐलान किया था, क्या वो लोगों तक पहुंच रहा है? क्या वो लोग उससे संतुष्ट हैं या आपको और भी काम करने की जरूरत है? सरकार को इन सभी सवालों के जवाब जानने चाहिए. आप लोगों को वायरस या भूख से मरने का विकल्प नहीं दे सकते. हमें इसी चीज से बचना होगा.

पूर्व गवर्नर ने लघु उद्योगों को बचाने के लिए कदम उठाने का समर्थन किया. रघुराम राजन ने कहा कि हमने वायरस को फैलने से रोकने का पहला स्टेप ही नहीं उठाया. हाउसहोल्ड और लघु उद्योग धंधों को कम से कम नुकसान हो, इस पर स्टेप उठाना चाहिए था. फाइनेंशियल सेक्टर को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है. सरकार को उस पर काम करना होगा जिससे वो रफ्तार पकड़ सकें. अब तक जो भी किया उससे आगे बढ़कर सरकार को बहुत कुछ करना होगा. राजन ने बैंक और ऋण के संदर्भ में कहा कि सरकार ने 3 लाख करोड़ लोन का ऐलान किया लेकिन सच में क्या बैंक लोन देने को तैयार हैं? सिर्फ ऐलान से काम नहीं होने वाला. ये भी देखना होगा कि क्या ये काम कर रहे हैं.

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रघुराम राजन ने कहा कि आज अमेरिका में रोजगार के आंकड़े आए. लोगों ने जितनी उम्मीद की थी वो इससे ज्यादा रही. इसका मतलब ये हुआ कि जब आप इंडस्ट्री खोलेंगे तो उससे आपको रिकवर होने में मदद मिलेगी. कितनी जल्दी भारत की अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी, इस पर उन्होंने कहा कि ये इस पर निर्भर करता है कि अर्थव्यवस्था को कितनी चोट पहुंची है. राजन ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था के लिए ये साल तो खराब रहने वाला है. हमें अभी ग्रोथ पर सोचना नहीं चाहिए. ये निश्चित तौर पर निगेटिव रहने वाला है.

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