फ्रांस में राफेल सौदे की जांच, राहुल ने लिखा- चोर की दाढ़ी…, BJP बोली- ‘कांग्रेस झूठ की पर्यायवाची’

राफेल डील का जिन्न एक बार फिर निकला बाहर, कांग्रेस बीजेपी के बीच छिड़ा वाक्युद्ध, यदि दाल में कुछ काला नहीं है तो फिर जांच से सरकार को किस बात का डर है और अगर दाल ही काली है तो फिर क्या कहने- कांग्रेस, कांग्रेस पार्टी आज झूठ और भ्रम शब्द की पर्यायवाची बन चुकी है- बीजेपी

फ्रांस में राफेल सौदे की जांच
फ्रांस में राफेल सौदे की जांच

Politalks.news/Delhi. काफी लम्बे समय से शांत रहा राफेल डील का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल कर सामने आ गया है. फ्रांस द्वारा भारत को बेचे गए 36 राफेल लड़ाकू विमानों की डील भ्रष्टाचार की जांच करने के लिए फ्रांस की पब्लिक प्रॉसिक्यूशन सर्विसेज की फाइनेंशियल क्राइम ब्रांच ने इस पुरे मामले की जाँच के लिए एक जज को नियुक्त किया है. जिसके बाद 14 जून को मजिस्ट्रेट ने जांच भी शुरू कर दी है. ऐसे में राफेल डील के इस जिन्न के बाहर आने के बाद कांग्रेस और बीजेपी एक बार फिर आमने सामने आ गई है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए सिर्फ 3 शब्दों में केंद्र सरकार पर तंज कसा है तो वहीं, कांग्रेस रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यदि दाल में कुछ काला नहीं है तो फिर जांच से सरकार को किस बात का डर है और अगर दाल ही काली है तो फिर क्या कहने. कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कांग्रेस को झूठी पार्टी करार दिया.

भारत सरकार और फ्रांसीसी विमान निर्माता कंपनी डसॉल्ट के बीच 36 विमानों के लिए 7.8 बिलियन यूरो (9.3 बिलियन डॉलर) का सौदा लंबे समय से भ्रष्टाचार के आरोप और विवादों में फंसा हुआ है. फ्रांस की पब्लिक प्रॉसिक्यूशन सर्विस (PNF) के मुताबिक इस पूरे मामले की जांच के लिए एक जज की नियुक्ति की गई है. इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच वार पलटवार तेज हो गया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 3 शब्दों के जरिये केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि चोर की दाढ़ी …

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वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस पूरे मामले पर पत्रकार वार्ता करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. राफेल डील को लेकर सुरजेवाला ने कहा कि फ्रांस में प्रथम दृष्या भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ गए हैं है तो सरकार जेपीसी की जांच क्यों नहीं करवाती. यदि दाल में कुछ काला नहीं है तो फिर जांच से सरकार को डर किस बात का डर है. यदि दाल में कुछ काला है कि तो अलग बात है. राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि यह राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा मामला है, इसलिए जेपीसी जांच होनी चाहिए. इस पुरे मामले में पारदर्रिशता, जवाबदेही, भ्रष्टचार मुक्त शासन देना सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है.

कांग्रेस द्वारा किसी भी मुद्दे पर बयान देना बीजेपी को कहां रास आने वाला है. कांग्रेस की पत्रकार वार्ता के तुरंत बाद बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. राफेल डील को लेकर पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आज झूठ और भ्रम शब्द की पर्यायवाची बन चुकी है. कांग्रेस पार्टी ने आज फिर राफेल को लेकर झूठ बोला है और भ्रम फैलाने की कोशिश की है. 2019 लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए पात्रा ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने जो भ्रम फैलाने की कोशिश की थी, वो भी उनके काम नहीं आई थी और जनता की अदालत में भी मोदी जी की बहुत बड़ी जीत हुई और हमारी सरकार बनी. राहुल गांधी ने राफेल की कीमत को लेकर बार-बार अपने बयान बदले हैं.

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वहीं फ्रांस में इस पुरे मामले की जांच को लेकर जज की नित्युक्ति पर संबित पात्रा ने कहा कि फ्रांस में एक एनजीओ ने राफेल को लेकर शिकायत की है और उसके लिए वहां एक मजिस्ट्रेट अपॉइंट किया गया है. लेकिन इस पूरे प्रकरण को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस जिस प्रकार से राजनीति आरंभ कर रहे हैं, यह दुःखद है. जहां तक जांच की बात है तो भारत के सर्वोच्च न्यायालय और सीएजी ने राफेल को लेकर अपनी रिपोर्ट को जनता के बीच रखा है. हिंदुस्तान की जनता ने इन दोनों रिपोर्ट को देखा है.

बता दें कि फ्रांस में काम करने वाले NGO शेरपा ने 2018 में इस पूरे सौदे की जांच के लिए शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद मीडियापार्ट ने इस मामले पर लगातार रिपोर्ट पब्लिश की थीं. फ्रांस की पनफ (पब्लिक प्रॉसिक्यूशन सर्विस) के मुताबिक जांच के लिए एक जज की नियुक्ति की गई है. फ्रेंच मीडिया मीडियापार्ट के मुताबिक PNF ने कहा है कि डील में भ्रष्टाचार के अलावा पक्षपात के आरोप की भी जांच की जाएगी. आपको बता दें कि फ्रांस और भारत के बीच राफेल विमानों का सौदा हुआ था. करीब 7.8 अरब यूरो सौदे में भारत को 36 फाइटर जेट्स मिलेंगे. ये सौदा दसॉल्ट एविएशन और भारत सरकार के बीच हुआ था. सौदे को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती रही है.

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