पुष्कर सिंह धामी ने किया सभी अहम विभागों का बंटवारा, अपने पास रखे 15 तो महाराज को दिए 7 विभाग

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने पास कुल 15 विभाग ही रखे हैं, जबकि तीरथ सरकार में मुख्यमंत्री के पास होते थे 20 विभाग, विभागों के बंटवारे के बाद नाराज चल रहे सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य का बढ़ गया कद

पुष्कर सिंह धामी ने किया सभी अहम विभागों का बंटवारा
पुष्कर सिंह धामी ने किया सभी अहम विभागों का बंटवारा

Politalks.News/Uttrakhand. उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी नई कैबिनेट के मंत्रियों को आज विभाग बांट दिए गए हैं. खास बात ये है कि सीएम धामी ने अपने पास भारी भरकम विभाग न रखते हुए अहम विभाग मंत्रियों में बांटे हैं, जिससे कई मंत्रियों का कदम बढ़ गया है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने पास मंत्रि परिषद, कार्मिक, सतर्कता, गृह विभाग, कारागार, राजस्व, न्याय, सूचना, तकनीकी, नागरिक उड्डयन, वित्त और वाणिज्य सहित कुल 15 विभाग रखे हैं. जबकि तीरथ सरकार में मुख्यमंत्री के पास 20 विभाग होते थे. विभागों के बंटवारे के बाद नाराज चल रहे सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत और यशपाल आर्य का कद बढ़ गया है. सतपाल महाराज को पीडब्ल्यूडी विभाग सौंपा गया है तो हरक सिंह को ऊर्जा विभाग और यशपाल आर्य को आबकारी विभाग की कमान दी गई है. बता दें, इससे पहले ये विभाग मुख्यमंत्रियों के ही पास थे.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद मुख्यसचिव डॉ. एसएस संधू ने मंगलवार दोपहर विभागीय कामकाज का आदेश जारी किया. मुख्यमंत्री धामी ने सभी महत्वपूर्ण विभाग कैबिनेट के सीनियर मंत्रियों के बीच बांट दिए हैं. कैबिनेट में अब सीएम के बाद काबीना मंत्री सतपाल महाराज ही सबसे ज्यादा विभाग वाले मंत्री हैं. महाराज के पास सिंचाई, लोनिवि, पर्यटन समेत आठ विभाग हैं. जबकि विभागीय संख्या के लिहाज हरक सिंह रावत और सुबोध उनियाल सात-सात विभाग देखेंगे. यशपाल आर्य और अरविंद पांडे को छह-छह और बंशीधर भगत व डॉ. धन सिंह रावत को पांच-पांच विभाग दिए गए हैं. बिशन सिंह चुफाल, रेखा आर्य,गणेश जोशी और स्वामी यतीश्वरानंद को चार-चार विभाग मिले हैं. आइये एक नजर धामी कैबिनेट के विभागों पर डालते हैं.

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पुष्कर सिंह धामी, सीएम 15: मंत्रीपरिषद, कार्मिक, सतर्कता-सुराज-भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं जनसेवा, गृह, राजसंपत्ति, राजस्व, न्याय, सूचना, तकनीकी शिक्षा, नागरिक उड्डयन, वित्त, नियोजन, सचिवालय प्रशासन, सामान्य प्रशासन, औद्योगिक विकास(खनन)

सतपाल महाराज 08: सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, लघु सिंचाई, जलागम प्रबंधन, भारत-नेपाल उत्तराखंड नदी परियोजनाएं, पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व, लोक निर्माण विभाग

हरक सिंह रावत 07: वन, पर्यावरण संरक्षण, श्रम, कौशल विकास-सेवायोजन, आयुष, आयुष शिक्षा, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा

बंशीधर भगत 05: विधायी एवं संसदीय कार्य, खाद्य नागरिक आपूर्ति, शहरी विकास, आवास, सूचना प्रौद्योगिकी

यशपाल आर्य 06: परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, निर्वाचन, आबकारी,

बिशन सिंह चुफाल 04: पेयजल, वर्षा जल संग्रहण, ग्रामीण निर्माण, जनगणना

सुबोध उनियाल 07: कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि विपणन, उद्यान एवं कृषि प्रसंस्करण, उद्यान एवं फलोद्योग, रेशम विकास, जैव प्रौद्योगिकी

अरविंद पांडेय 06: विद्यालयी शिक्षा-बेसिक व माध्यमिक, खेल, युवा कल्याण, पंचायती राज, संस्कृत शिक्षा

गणेश जोशी 04: सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास, लघु-सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग

डॉ. धन सिंह रावत 05: सहकारिता, प्रोटोकाल, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा

रेखा आर्य 04: महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन

यतीश्वरानंद 04: भाषा, पुनर्गठन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, ग्राम्य विकास

त्रिवेंद्र – तीरथ सिंह रावत को छोड़ा पीछे
पूर्ववती सीएम तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च को शपथ ग्रहण की थी. 12 मार्च को उन्हेांने मंत्रियों को शपथ दिलाई और विभागों का बंटवारा करने में उन्हें 16 मार्च तक का समय लगा. लेकिन वर्तमान सीएम पुरष्कर सिंह रावत इस मामले में तीरथ से आगे निकल गए. पुष्कर ने चार जुलाई को अपने साथ ही सभी मंत्रियों को शपथ दिलाई. आज दूसरे ही दिन कामकाज का बंटवारा कर दिया. राजकाज को सुचारू करने में त्रिवेंद्र रावत को भी ज्यादा समय लगा था.

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