देश में लोकसभा चुनाव का रोमांच चरम पर है. हर दल अपने प्रदर्शन को लेकर चिंतित है. बीजेपी सत्ता में बरकरार रहना चाहती है वही कांग्रेस सत्ता में वापसी को बेकरार है. चुनाव जीतने की कोशिश में दोनों दल किसी भी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. कांग्रेस को पंजाब से सबसे ज्यादा उम्मीद है. यहां साल 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस भारी बहुमत के साथ प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई थी. अब पार्टी इन लोकसभा चुनाव में साल 2017 का प्रदर्शन दोहराना चाहती है. इसे लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने खास रणनीति बनाई है.
पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी सरकार के सभी मंत्रियों व विधायकों को सख्त चेतावनी दी है. कैप्टन ने साफ कहा कि जिन सीटों पर पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं करेगी, उन इलाकों के मंत्रियों की मंत्रिमण्डल से छुट्टी कर दी जाएगी. वहीं ये चेतावानी विधायकों भी दी गई है. जिन विधायकों के क्षेत्र में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहेगा. आने वाले विधानसभा चुनाव में उसका टिकट काट दिया जाएगा.
बता दें कि पंजाब में कुल 13 सीटों पर लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण यानी 12 मई को मतदान होना है. पंजाब में इस बार कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बीजेपी-अकाली दल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. पंजाब में साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी-शिरोमणि अकाली दल को 6 सीट, कांग्रेस को 3 और आम आदमी पार्टी को 4 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं, साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 77 सीट, आम आदमी पार्टी को 20 सीट, शिरोमणी अकाली दल 15 सीट, बीजेपी को 3 सीट और लोक इंसाफ पार्टी को 2 सीट मिली थी. बीजेपी और अकाली दल ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था.
बीजेपी ने पंजाब की गुरदासपुर संसदीय सीट से मशहूर फिल्मी हस्ती को चुनाव मैदान में उतारकर हॉट सीट बना दिया है. बीजेपी ने इस बार गुरदासपुर से फिल्म अभिनेता सनी देओल को उम्मीदवार बनाया है. यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के सुनील जाखड़ से होगा जो वर्तमान में गुरदासपुर से सांसद है. मशहूर अभिनेता विनोद खन्ना भी इस सीट से 4 बार सांसद रह चुके है. विनोद खन्ना के निधन के बाद हुए उपचुनाव में यहां कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने जीत हासिल की थी.