Politalks.News/Rajasthan/SatishPoonia. हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा ‘लव जिहाद’ को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए दिए गए एक बयान के बाद से प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. प्रदेश भाजपा के नेता लगातार किसी न किसी रूप में लव जिहाद को लेकर गहलोत सरकार पर हमलावर हैं. लेकिन कहते हैं जल्दबाजी कभी-कभी भारी पड़ सकती है. आज प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां के साथ कुछ ऐसा ही हुआ, जिससे पूनियां और प्रदेश भाजपा की किरकिरी हो गई.
दरअसल, ‘लव जिहाद‘ के मुद्दे पर सरकार को घेरने की मंशा से बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने आज एक ट्वीट पोस्ट की. एक अखबार में प्रकाशित खबर की कटिंग का हवाला देते हुए पूनियां ने मुख्यमंत्री गहलोत और कांग्रेस सरकार पर गम्भीर आरोप लगाए. पूनियां ने इस खबर को आधार बनाते हुए कहा कि, “लव जिहाद‘ की ऐसी एक नहीं बल्कि कई घटनाएं प्रदेश में रोज़ घटित हो रही हैं.’ पूनियां ने मुख्यमंत्री गहलोत को संबोधित करते हुए पूछा- ‘आखिर प्रताड़ित बच्चियों के मुखिया कब बोलेंगे?’ यही नहीं, पूनियां ने सीएम गहलोत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, ‘भारत के धर्मनिरपेक्ष नेता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रकाश डालने का कष्ट करें.’
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने खोली पोल
सतीश पूनियां की ट्वीटर पोस्ट के कुछ मिनटों बाद ही मुख्यमंत्री गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने पलटवार करते हुए ऐसा खुलासा किया जिससे न सिर्फ हर कोई भौंचक्का रह गया बल्कि पूनियां को मुंह की खानी पड़ी. दरअसल, जिस अखबार की प्रकाशित खबर को आधार बनाकर सतीश पूनियां ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाए वो वर्ष 2017 की निकली. और इस पर करारा तमाचा यह रहा कि घटना के वक्त प्रदेश में पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे नीत भाजपा सरकार थी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर पलटवार करते हुए लिखा, ‘माननीय भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जी यह ‘अखबारी ख़बर’ वर्ष 2017 की है, इसकी ‘पुष्टि’ कर ली गई है. आपकी जानकारी के लिए खबर का लिंक भी साझा किया जा रहा है.’
आपको बता दें, सतीश पूनियां द्वारा ट्वीट की गई खबर वर्ष 2017 के मई माह की है जब राजस्थान पुलिस ने सीकर में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया था जो नाबालिग लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर दुष्कर्म करता था और फिर उनका वीडियो बनाकर वायरल कर देता था. यही नहीं लड़कियों से धर्म परिवर्तन कराकर गिरोह के किसी एक सदस्य से निकाह करने का भी दबाव डाला जाता था. यदि लड़की इसके लिए राजी हो जाती थी तो उसे ये गिरोह कुछ दिन बाद देह व्यापार के काम में लगा देते थे.