लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा है. पार्टी को 80 में से सिर्फ रायबरेली सीट पर जीत नसीब हुई है. यहां से यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ा था. कांग्रेस के गढ़ रहे अमेठी में भी पार्टी को इस बार हार का सामना करना पड़ा है. यहां राहुल गांधी को स्मृति ईरानी ने 50 हजार से अधिक वोटों से मात दी.
चुनाव में मिली करारी हार के बाद कल रायबरेली में कांग्रेस की पहली समीक्षा बैठक हुई. इस बैठक की अध्यक्षता पूर्वी यूपी की प्रभारी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने की. बैठक में करीब 40 सीटों के प्रत्याशी, जिलाध्यक्ष और इन इलाकों के तमाम बड़े नेता शामिल हुए.
समीक्षा बैठक में पूर्वी यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने हार के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने दिल से काम नहीं किया. चुनाव के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मध्य बिल्कुल भी उत्साह नहीं दिखा. कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम करते जमीन पर नहीं दिखाई दिए.
रायबरेली में मिली जीत को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि रायबरेली सीट पर पार्टी को विजय कार्यकर्ताओं की वजह से नहीं बल्कि यहां की जनता और सोनिया गांधी की वजह से मिली है. उन्होंने कहा, ‘मैंने हमेशा कहा है कि चुनाव संगठन लड़ाता है, लेकिन मैं आज आपके समक्ष खड़े होकर कह रही हूं कि संगठन से जो चुनाव में उम्मीद थी, संगठन उस पर खरा नहीं उतरा.’
समीक्षा बैठक में प्रियंका ने कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि वें लोकसभा चुनाव में मिली हार को भूले और आगामी चुनावों की तैयारी में लग जाएं. पार्टी कैसे जमीन पर मजबूत हो, पार्टी की विचारधारा के साथ युवा जुड़े इस मुहिम पर काम करे.