कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की. सोनभद्र के 15 पीड़ित परिजन प्रियंका गांधी से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचे. पीड़ितों से मिलकर और उनके दर्द को सुनकर प्रियंका गांधी भावुक हो गईं. सूत्रों के मुताबिक सिर्फ दो लोगों को ही प्रियंका गांधी से मिलने की इजाजत दी गई है. इससे नाराज होकर प्रियंका गांधी गेस्ट हाउस में ही फिर से धरने पर बैठ गईं.

दरअसल, प्रियंका गांधी इस बात से नाराज हैं कि उनसे मिलने आये 15 सदस्यों में से केवल दो को ही अंदर आने दिया. बाकियों को पुलिस ने गेस्ट आउस के बाहर ही रोक लिया. प्रियंका गांधी ने कहा कि जिनसे मिलने के लिए मैं आई थी, अब उन्हें मुझसे मिलने आना पड़ा. फिर भी प्रशासन ने 13 लोगों को मुझसे मिलने नहीं दिया. आखिर महिला पीड़ित परिजनों से मिलने पर प्रशासन को क्या आपत्ति है.

इससे पहले प्रियंका गांधी ने दो तीन लोगों के साथ सोनभद्र जाने की ​गुजारिश की थी लेकिन सुरक्षा कारणों को देखते हुए जिला प्रशासन इसके लिए राजी नहीं हुआ. प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने पर राहुल गांधी, प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा और बसपा सुप्रीमो मायावती ने नाराजगी जाहिर की.

इससे पहले शुक्रवार को प्रियंका गांधी और उनके कालिफे को घटनास्थल पर जाते हुए जिला प्रशासन ने बीच रास्ते में ही रोक दिया. पुलिस प्रशासन के घटना स्थल पर धारा 144 लगने के चलते का हवाला देने के बावजूद प्रियंका गांधी कांग्रेसी नेताओं के साथ सड़क पर ही धरने पर बैठ गईं. हंगामा बढ़ते देख पुलिस प्रशासन ने उन्हें हिरासत में लेकर चुनार गेस्ट हाउस में रखा. वहां भी पीड़ित परिवारों से मिलने की जिद पर प्रियंका धरने पर बैठ गईं. आलाअधिकारियों के समझाने के बावजूद जब वे नहीं मानीं तो अब उन्हें पीड़ित परिजनों से मिलवाया जा रहा है.

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