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अपने साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा हुए दुर्व्यवहार के बाद कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस छोड़ शिवसेना पार्टी का दामन थाम लिया. शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. इस मौके पर प्रियंका ने कहा कि मैंने पार्टी की निस्वार्थ सेना की है लेकिन मैं अपने साथ हुए व्यवहार से दुखी हूं. साथ ही मैं खुद को मुंबई से कटा हुआ महसूस कर रही थी. शिवसेना में मुझे सम्मान मिला है. शिवसेना से टिकट मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि मैंने किसी भी टिकट की कोई मांग नहीं की है. शिवसेना में शामिल होने के तुरंत बाद उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल से ‘कांग्रेस प्रवक्ता’ पद को हटा दिया है.

कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी कुछ समय से पार्टी से नाराज चल रही थीं. इसी के चलते उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता के साथ पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है और अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है. दरअसल यूपी के मथुरा में राफेल डील को लेकर एक प्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनसे अभद्र व अमर्यादित व्यवहार किया था. हालांकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने संज्ञान में लेकर कार्यकर्ताओं के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही की लेकिन कार्यकर्ताओं के खेद प्रकट करने के तुरंत बाद उनपर हुई कार्रवाई को निरस्त कर दिया गया. इसके बाद प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने आॅफिशियल ट्वीटर हैंडल से इस घटना पर अफसोस प्रकट करते हुए पार्टी में गुंड्डे भर्ती किये जाने का बयान दिया था.

बुधवार को ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में उन गुंडों को तवज्जो दी जा रही है, जो महिलाओं के साथ बदसलूकी करते हैं. कांग्रेस में मुझे धमकानेवालों को यूं ही छोड़ दिया गया, जिससे उन्हें काफी तकलीफ पहुंची है. इनका बिना किसी कड़ी कार्रवाई के बच जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण हैं. अब पार्टी के कार्यकर्ताओं से उन्हें धमकी मिल रही है. ट्वीट के साथ एक लेटर भी ​जुड़ा हुआ है जिसमें पूर्व विधायक फज़ले मसूद द्वारा पार्टी के कुछ लोगों को माफीनामा दिए जाने की बात कही गई है.

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